आगरा(ब्यूरो)। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड धारक प्रति लाभार्थी परिवार को पांच लाख रुपए तक के इलाज की सुविधा दी जाती है। कार्डधारकों को देश के किसी भी संबद्ध सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल एडमिट होने पर यह सेवा मिलती है। इस योजना के लॉन्च होने के बाद में लगातार विस्तार हुआ है। इसके तहत आगरा में 8.91 लाख पात्र लाभार्थी हैैं। इनमें से लगभग सात लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड भी बन चुके हैैं।

अन्य स्कीम से भी लाभ
सीएमओ ने बताया कि आयुष्मान के अतिरिक्त सरकार द्वारा आमजन के लिए विभिन्न स्वास्थ्य योजनाएं भी संचालित होती हैैं, जिनके जरिए लोगों मुफ्त व सस्ता इलाज मुहैया कराया जाता है। उन्होंने बताया कि आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) के तहत शून्य से 19 साल तक के बच्चे को जन्मजात विकृति सहित 42 तरह की बीमारियों का मुफ्त इलाज करने की सुविधा है। इसके अतिरिक्त गर्भवतियों को पीएमएमवीवाई, पीएमएसवाई, जेएसवाई जैसी योजनाएं हैैं।

आयुष्मान से दूर हुई 15 साल पुरानी समस्या
आगरा के खंदौली क्षेत्र की निवासी अनवारी ने बताया कि उनकी 15 साल पहले तबीयत खराब होने पर पेट की सर्जरी हुई थी, तभी से वह पेट के रास्ते से मल त्याग रही थीं। इसके चलते उन्हें कई समस्याओं भी होने लगी थीं। आयुष्मान कार्ड के तहत प्राइवेट विम्स हॉस्पिटल में डॉ। भुवनेश्वर ने उनका उपचार किया और अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना ने उन्हें एक नई जिंदगी दी है। उन्होंने कहा कि न तो उनके पास ढाई से तीन लाख रुपए हो पाते और न वह अपनी मां की इतनी बड़ी सर्जरी करा पाते। आयुष्मान योजना के चलते उनका मुफ्त उपचार हो सका।

11 साल के शिवा की भी हुई सर्जरी
किरावली स्थित नगला भैरावती निवासी सुभाष चंद्र ने बताया कि उनके 11 वर्षीय भतीजे शिवा को जन्म से ही रीढ़ की हड्डी में एक फोड़ा था। जिसका आयुष्मान योजना के तहत प्राइवेट हॉस्पिटल में मुफ्त उपचार हो गया। अन्यथा इस ऑपरेशन के लिए लगभग डेढ़ लाख रुपए खर्च होते।

20 हजार लोगों मिल चुका है लाभ
जिले में 8.91 लाख आयुष्मान योजना के लाभार्थी हैं। इनमें से लगभग सात लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं और लगभग 50 हजार से ज्यादा लाभार्थी योजना के तहत अपना मुफ्त उपचार करा चुके हैं। आयुष्मान से संबद्ध सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल में लाभार्थी आयुष्मान कार्ड दिखाकर अपना मुफ्त उपचार करा सकते हैं।

8.91 लाख हैं आयुष्मान के कुल लाभार्थी
07 लाख के करीब लोगों बन चुके हैैं आयुष्मान कार्ड
76 परसेंट से ज्यादा लोगों के बन चुके हैैं आयुष्मान कार्ड

यह योजनाएं भी देती हैैं लाभ
- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
- प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान
- जननी सुरक्षा योजना
- जननी शिशु सुरक्षा योजना

आयुष्मान योजना के तहत जनपद में 8.91 लाख लाभार्थियों के कार्ड बनने हैैं। इसके तहत एक परिवार के सदस्यों को पांच लाख रुपए तक के मुफ्त उपचार की सुविधा है। इसके अतिरिक्त आरबीएसके जैसी अन्य योजनाएं भी उपचार में मदद करती हैैं।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लिए दुनियाभर में कवायद की जा रही है। देश में भी कई राज्यों यह प्लान शुरू हुआ है। आयुष्मान जैसी योजना सभी के लिए होनी चाहिए।
- पवन, पब्लिक

स्वास्थ्य सभी के लिए जरूरी है। मुश्किल वक्त में उपचार कराने में मिडिल क्लास को काफी दिक्कत होती है। सभी के लिए यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज होना चाहिए।
- धीरज, पब्लिक