MEERUT : पिछले एक साल में किसी जीओसी का दूसरा और सब एरिया प्रमुख का रेस कोर्स में तीसरा दौरा था. इससे पहले मेजर जनरल आरएन सिंह और डिप्टी सब एरिया कमांडर ब्रिगेडियर निरेश राठौर आ चुके हैं.


मेजर जनरल वीके यादव ने रेस कोर्स एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मिलकर जायजा लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि रेसकोर्स को दोबारा ढर्रे पर लाया जाएगा। रेस के आयोजन में होने वाले घाटे के बावजूद रेस का आयोजन होगा। लेकिन अब भी डर है कि कहीं पिछले अधिकारियों की तरह ये जीओसी भी तो कोरे वादे करके नहीं गए हैं। जी हां, ये डर हमारे सबसे पुराने ‘रेसकोर्स’ को है। आइए, आप खुद ही रेसकोर्स की जुबानी उसकी कहानी सुनिए

वेलकम जीओसी

आपका मेरे आंगन में स्वागत है जीओसी। वैसे मैं आप जैसे कुछ अधिकारियों का पहले भी इस्तकबाल कर चुका हूं। खैर आप आए हैं, तो मेरे अंदर एक नई आशा जगी है कि शायद अब मेरा उद्धार हो जाए। आपने सतह पर आकर जो जायजा लिया, मैं समझ गया कि मेरे दिन बदलने वाले हैं। वर्ना मैं तो टूट ही गया था। लग रहा था कि अगर कुछ साल ऐसे ही चलता रहा तो मेरठ की एक और ऐतिहासिक धरोहर यानि मैं (रेसकोर्स) गुमनामी के अंधेरों में खोकर नष्ट हो जाऊंगा।

लंबी रेस का घोड़ा हूं

कहते अजीब लग रहा है, जहां खुद घोड़े दौड़ते हों वो अपने आपको लंबी रेस का घोड़ा बता रहा है। जी हां, ये सच है। आपको तो मालूम होगा मैं देश का लंबा रेसकोर्स हूं। दूसरी बात कि दिल्ली रेसकोर्स को डेवलप करने में मेरा काफी इंपोर्टैंट रोल रहा है। कभी मेरे कैंपस में 300 से अधिक घोड़े और 95 अस्तबल बेहतर हालत में थे। क्या शाही ठाठ थे। आज मुफलिसी की जिंदगी जी रहा हूं। अगर थोड़ा सा भी ध्यान दिया जाए तो काफी मैं बाकी रेसकोर्स से काफी आगे निकल सकता हूं।

क्या सच में ऐसा होगा?

आज आपको पत्रकारों से कहते सुना कि आपने रेसकोर्स ऑफिशियल्स से कह दिया है कि रेस कराइए। अगर कुछ नुकसान होता है तो होने दीजिए। कभी तो कुछ फायदा होगा। मैं आपको बता दूं कि मुझसे कभी किसी को घाटा नहीं हुआ। बस जरुरत है मुझे मेंटेन करते रहने की। अगर सच में ऐसा हो जाए तो यहां पर लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। साथ ही मेरी लाइफ पटरी पर आ जाएगी। जैसे मेरे ही हमउम्र कोलकाता रेसकोर्स की है

अन्य महत्वूपर्ण बातें

- अखबारों में विज्ञापन देकर अच्छे होर्स ऑनर्स को बुलाया जाएगा।

- लाइव रेस के बारे में जानकारी देने के लिए अखबारों में विज्ञापन दिया जाएगा।

- दिल्ली से अच्छे थोरोब्रेड घोड़ों को रेसकोर्स के लिए लाने का विचार किया जाएगा।

- अच्छे होर्स ऑनर्स को रेस कोर्स के अस्तबल में घोड़ों को पार्क करने की परमीशन दी जाएगी।

- रेसकोर्स का लेवल बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

- रेसकोर्स की सुरक्षा के लिए गेट पर गार्ड की तैनाती की जाएगी।

Posted By: Inextlive