रेलवे बोर्ड के मंथन के बाद होगा फैसला
- ईस्टर्न फ्रेट कॉरीडोर के लिए जिले के 36 गावों की लैंड शामिल किया गया
- आउटर रिंग रोड से होकर गुजरेगा डबल ट्रैक कॉरीडोर Meerut : डेडीकेटेड फे्रट कॉरीडोर के लिए मेरठ में रास्ता बदल गया है। अलाइनमेंट में बदलाव करते हुए अब नए सिरे से फ्म् गावों की जमीन को इसमें शामिल करने का प्रस्ताव तैयार हुआ है। इस पर अंतिम दौर का मंथन रेलवे बोर्ड के सदस्य दिल्ली में कर रहे हैं। उनकी ओर से अंतिम निर्णय लिए जाने के बाद ही मेरठ में आगे की कार्रवाई होगी। बुधवार को कॉरीडोर को लेकर कमिश्नर भूपेंद्र सिंह ने मंडल के सभी जनपदों के अधिकारियों की बैठक ली। की समीक्षाउन्होंने ईस्टर्न पैरीफेरल तथा डेडीकेटेड कारीडोर के कार्यो की समीक्षा के दौरान अन्य जनपद के डीएम को निर्देश दिए कि जहां भू-अर्जन का कार्य किया जाना है वहां तेजी से किया जाए और जहां मुआवजे का वितरण किया जाना है उसमे भी तेजी लाई जाए, क्योंकि यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है अत: इस पर गम्भीरता से कार्य किया जाए। भू-अर्जन को लेकर अधिकांश ध्यान गौतमबुद्धगर पर रहा। बैठक में ईस्टर्न व वेस्टर्न फ्रेट कॉरीडोर के अधिकारियों के साथ सभी जिलाधिकारी और मंडल के विभिन्न जिलों के एडीएम एलए व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक का संचालन अपर आयुक्त गया प्रसाद ने किया।
बदल गया था रास्ता पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर परियोजना के लिए तो पूर्व में राह तय की गई थी, उसकी एलाइनमेंट में संशोधन किया गया। इसकी वजह यह रही कि डबल ट्रैक बनाने में दिक्कतें आ रही थीं और कई जगहों पर पटरी को शहर के बीच में बिछाना पड़ता। यही वजह से एलाइनमेंट बदली गई और इसकी सूचना पिछले दिनों डीएम को दी गई। इसमें उन फ्म् गांवों की सूची उपलब्ध कराई गई जहां से जमीन अधिग्रहीत होनी है। ये हैं वो फ्म् गांव मोहिउद्दीनपुर, जसवंतपुरा, दौलतपुर फखराबाद, इकला, डिमोली, अमीनगर, छज्जूपुर, पल्हेड़ा, महरौली, अंजौली, डिनडौला, सोहारका, घाट, कलंजरी, पांचली, पांचली खुर्द, जमालपुर मजरा, ईरदीशपुर, पीपला, शाहपुर जैनपुर, दिलवारा, गोविंदपुर उर्फ घसौली, जन जोखरी, आजमपुर, जंगेठी, जेवोरी, भटघेओरा, पोहाली, पावली खुर्द, खिरवा नौबाद, बपारसा, गेसूपुर बफावत, समसपुर सुरानी, मोहम्मद हयाक, मंछरी व नागली माजरा मटौर।