आरएसओ के खिलाफ जांच बैठी जांच
- आई नेक्स्ट की खबर का असर, डीएम करेंगे जांच
- रात में जला दिए थे आर्चरी खिलाडि़यों के टारगेट - शिकायत करने पहुंचे खिलाडि़यों से की गई थी अभद्रता - पहले भी विवादों में रहे हैं मेरठ में तैनात आरएसओ lucknow@inext.co.in Meerut/lucknow :: मेरठ में आर्चरी के टारगेट जलाए जाने के मामले को लेकर यूपी स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। मेरठ के आरएसओ पर आर्चरी के टारगेट जलाए जाने का आरोप लगा है। खेल विभाग ने मेरठ के डीएम को जांच करने के लिए कहा है। आई नेक्स्ट की खबर से जागा स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेटआई नेक्स्ट में खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बैठे स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट के अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं। खेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में तैनात आरएसओ ने आरएन सिंह यादव पर आरोप है कि उन्होंने नशे की हालत में खिलाडि़यों के आर्चरी टारगेट जला दिए थे। ये टारगेट खिलाडि़यों ने खुद ही खरीदे थे। सिर्फ इतना ही नहीं उन पर यह आरोप भी लगाया गया है कि उन्होंने आर्चरी खिलाडि़यों से गाली गलौज भी की। खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरएन सिंह यादव खुद को सत्ता का करीबी बताते हुए आए दिन अधिकारियों को अनावश्यक दबाव भी बनाते हैं।
हमेशा ही रही है खराब इमेज मेरठ में आने से पहले आरएन सिंह यादव लखनऊ में आरएसओ रहे। वहां पर भी उन्होंने स्टेडियम में कई फैसले लेकर खेल को बरबाद किया है। उन्हीं के चले यहां का मल्टी जिम सेंटर बर्बाद हो चुका है। उन्होंने इसे शिफ्ट कर दिया था। इसके चक्कर में कई मशीनें टूट गई थी। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने यहां पर अपने करीबियों के लिए रात में भी स्टेडियम खोलना शुरू कर दिया था। इसके लिए लाइट के इंतजाम भी किए गए थे। खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वहां के खिलाडि़यों ने स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट में शिकायत दर्ज कराई थी। मेरठ में हुई घटना के मामले को लेकर वहां के डीएम को जांच दी गई है। जांच रिपोर्ट में उनके दोषी पाए जाने पर नियमानुसार एक्शन लिया जाएगा। खेल विभाग खेल के प्रमोशन के लिए है, न कि खेल को नुकसान पहुंचाने के लिए। - डॉ। आरपी सिंह, डायरेक्टर, यूपी स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट अभी मुझे इस तरह के कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं। जैसे ही मुझे आदेश प्राप्त होगा जांच शुरू कर दी जाएगी।- पंकज यादव, डीएम, मेरठ
हर किसी में खेल भावना होनी चाहिए। किसी को भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे भावना और खेल से जुड़े लोगों को किसी तरह की कोई ठेस पहुंचे। - अजय गुप्ता, सचिव, यूपी आर्चरी एसोसिएशन क्रोनोलॉजी ख्फ् दिसंबर : देर रात क्ख् बजे के आसपास केपीएस स्टेडियम में आर्चरी टारगेट जलाए गए। ख्ब् दिसंबर : सुबह जब प्लेयर्स ने टारगेट जले हुए देखे तो शिकायत करने पर आरएसओ ने प्लेयर्स को गाली दी और बाहर निकाला। ख्भ् दिसंबर : आरएसओ ने मामले को दबाने के लिए बॉक्सिंग कोच और एआरएसओ की जांच टीम बनाई। ख्म् दिसंबर : यूपी आर्चरी एसोसिएशन की ओर से एसएसपी को पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत की गई। ख्7 दिसंबर : डीएम ने खेल प्रोत्साहन निधि से आर्चरी टारगेट लगाने के आदेश दिए। ख्8 दिसंबर : स्टेडियम में चार नए आर्चरी टारगेट्स लगाए गए। फ्क् दिसंबर : यूपी स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट ने पूरे प्रकरण आरएसओ के खिलाफ जांच के आदेश दिए।