रेलवे अपराध में यूपी का नंबर दूसरा
-सबसे ज्यादा होती है किडनैपिंग, रॉबरी और चोरी
-एनसीआरबी के अनुसार यूपी में होता है हर दो घंटे में एक क्राइम आई स्पेशल sunder.singh Meerut : इंडिया में रेवले को लाइफ लाइन कहा जाता है। कई शहर तो ऐसे है जहां ट्रेन के बिना उनकी लाइफ बिल्कुल अधूरी है। अगर अपने ही शहर की बात की जाए तो हर रोज ट्रेन से सफर करने वाले लोगों की संख्या करीब 30 हजार है। जिनमें से 15 हजार तो डेली पैसेंजर हैं। अगर इस लाइफ लाइन और इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों को नुकसान पहुंचे तो दिक्कत होती है। आज हम आपके सामने इस लाइफ लाइन की तस्वीर पेश करने जा रहे हैं जिसको देखकर आप भी दांतों तले उंगली दबा जाएंगे। हर रोज तीन घटनाएंबात मेरठ से शुरू की जाए तो दिल्ली-मुरादाबाद रीजन में हर रोज तीन घटनाएं हो रही हैं। जिन्हें रोकने के प्रयास में जीआरपीएफ पूरी तरह से विफल है। लोकल अधिकारियों की माने तो जीआरपीएफ सुरक्षा कर्मियों की कमी काफी है। जिसके कारण इन मामलों में अंकुश लगा पाना काफी मुश्किल हो रहा है।
2015 में 200 2014 में 163 2013 में 108 चोरी और लूट में बढ़ोतरी2015 में चोरी की 125 और लूट की 45 वारदात दर्ज की गई।
2014 में चोरी के 97 और लूट के 39 मामले दर्ज किए गए 2013 में चोरी के 71 और लूट के 22 मामले थे। हर दो घंटे एक क्राइम रेलवे व्यवस्थाओं को लेकर दावें करने वाली सरकार की आंखों से पट्टी खोलने के लिए काफी है कि यूपी में रेलवे में हर दो घंटे में एक क्राइम हो रहा है। जिसे रोकने में केंद्र सरकार और जीआरपीएफ पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। आंकड़ों की बात करें तो चोरी, डकैती, रेप, मर्डर आदि क्राइम को मिलाकर वर्ष 2015 में 4169 क्राइम हुए। अगर हालात ऐसे रहे तो अगले साल इन आंकड़ों में और भी ज्यादा बढ़ोत्तरी हो सकती है। हर तीन घंटे में चोरीभले ही महाराष्ट्र के मुकाबले यूपी में पब्लिक ट्रेनों में कम सफर करती हो। लोकल ट्रेने भी कम हो लेकिन चोरी के मामलों में ज्यादा अंतर नहीं है। दोनों प्रदेशों में चोरी में अंतर सिर्फ 500 का ही है। महाराष्ट्र में चोरी के मामलों की बात की जाए तो 3561 है। वहीं यूपी में 3043 चोरी के मामले सामने आए। इस तरह यूपी में हर तीन घंटे में एक चोरी होती है। इस तरह अंदाजा लगाया जा सकता है कि पैसेजेंर का सामान बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।
दिल्ली डिविजन दे रहा है सभी को मात क्राइम 2013 2014 2015 लूट 22 39 45 हत्या 06 11 09 अपहरण 09 16 21 चोरी 71 97 125 टोटल 108 163 200 वर्जनरेलवे में क्राइम पर लगाम लगाई जा सके इसके लिए जीआरपी पूरी मुस्तैदी से लगी है। मेरठ में हुई घटना वास्तव में सुरक्षा की गंभीर चूक है। होली तक स्टेशनों की सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गई है। ट्रेनों में सिविल वर्दी में जीआरपी सिपाही मौजूद रहेंगे।
वैभव कृष्ण, एसपी जीआरपी -----------