-वेस्ट यूपी में रालोद-कांग्रेस-जदयू की साझेदारी बना सकती है महागठबंधन

-दूसरी ओर अखिलेश-शिवपाल की टक्कर में मोहरे तलाश रहे ठिकाना, विरोधी दलों की हर गतिविधि पर नजर

Meerut: अखिलेश-शिवपाल में रार क्या हुई सूबे समेत वेस्ट यूपी की सियासत में 'साइक्लोन' आ गया। वेस्ट में सियासी जमीन तलाश रहे विरोधी दलों ने अपने घोषणापत्र को पढ़ने के बाद जनता के बीच सपा की 'बुराईयां' शुरू कर दी हैं। खो चुकी जमीन जुटाने का मौका इसे रालोद मान रही है तो वहीं साझेदारी से देश की दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस अपने मतदाता को साधने की कोशिश करेगी। जदयू के साथ रालोद और कांग्रेस के इस महागठबंधन का प्रचार वेस्ट में तेज हो गया है।

महागठबंधन की चर्चाएं तेज

पारिवारिक कलह से जूझ रही सपा के दावेदारी वेस्ट में एकाएक लुढ़कती महसूस हुई तो विरोधियों के कान खड़े हो गए। विधानसभा चुनाव के ऐन मौके पर दौड़ में शामिल रालोद इस मसले को सर्वाधिक भुनाती नजर आ रही है। प्रचार हो रहा है कि 5 साल जनता की गाढ़ी कमाई को लूटा-खसोटा अब बंटवारे को लेकर दंगल छिड़ा है। कल तक सपा के विरोध में बोलने से कतरा रहे रालोद प्रमुख अजीत सिंह पानी पी-पीकर सपा की करतूतें गिना रहे हैं। गन्ने का भुगतान अटकना हो या किसान का कर्जा हर मुद्दे पर रालोद ने वेस्ट में सपा को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस-जदयू के साथ जुगलबंदी को रालोद खेमा अब महागठबंधन के तौर पर देख रहा है। बसपा की सियासी उठापटक पर नजर है तो भाजपा भी इस घटनाक्रम के बाद वेस्ट में जनाधान बढ़ता देख रही है।

मोहरे तलाश रहे ठिकाना

वे चाहे प्रत्याशी हों या दावेदार। या तो शिवपाल खेमे के हैं या अखिलेश के मुरीद। लखनऊ में हुई कलह के बाद चचा-भतीजे के चहेते ठिकाना तलाश रहे हैं। विधानसभा चुनाव के ऐन पहले इस उठापटक का खामियाजा वे नहीं भुगतना चाहते। पुष्ट सूत्रों का कहना है कि सपा के दिग्गज अन्य दलों के संपर्क में हैं। साफ जाहिर है कि शिवपाल की चली तो सीएम की वाहवाही करे वाले नहीं रहेंगे और अखिलेश का दबदबा रहा तो शिवपाल के चहेतों से 'नमस्ते' कर लिया जाएगा। सपा में खलबली है तो इस मौके को विरोधी भुना रहे हैं।

---

नेताजी की चलेगी: जयवीर सिंह

सपा में चल रहे सियासी घटनाक्रम पर मंगलवार को सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह ने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) पार्टी के नेता है और मैं नहंी समझता हूं कि पार्टी में उन्हीं की चली है और उन्हीं की चलेगी। शिवपाल यादव हो चाहे सीए अखिलेश यादव सभी नेताजी की बात मान रहे हैं। हमें नेताजी, शिवपाल और सीएम अखिलेश जी की बात माननी होगी। सपा की नीतियों को विश्वास रखने वालों का नुकसान नहीं होगा।

---

हम क्यों ढोएं मलानत: यशवीर सिंह

सपा के साथ गठबंधन को सिरे से खारिज करते हुए रालोद के जिलाध्यक्ष यशवीर सिंह ने कहा कि 5 साल जनता के साथ सपा की सरकार ने न्याय नहीं किया। किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हुआ, कोई राहत नहीं मिली है-महंगाई बढ़ी सो अलग। लॉ एंड आर्डर का मुद्दा है, अपराध चरम पर है। रालोद, सपा से गठबंधन कर उनका किया क्यों भुगतें?

----

किया हवन पूजन

फोटो-144

मेरठ: सपा की अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष विपिन मनोठिया के नेतृत्व में कमिश्नरी चौराहे पर सपा में हो रही कलह की शांति के लिए यज्ञ किया। मुलायम सिंह और अखिलेश यादव की तस्वीर रखकर सपा नेताओं ने शांति की मनोकामना की।

---

आशु मलिक के समर्थन में मुस्लिम समाज

फोटो-135

मंगलवार को मुस्लिम मलिक (तेली) समाज भी विधान परिषद सदस्य आशु मलिक के समर्थन में उतर आया। मलिक के साथ यूपी सरकार में मंत्री मनोज पांडेय द्वारा की गई अभद्रता व मारपीट का कड़ा विरोध किया। साथ ही मंत्री पांडेय को मुख्यमंत्री से बर्खास्त करने की मांग करते हुए कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। सीएम के नाम ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी श्याम सुंदर वर्मा को दिया। आरिफ मलिक, सलीम मलिक आदि इस दौरान मौजूद थे।

Posted By: Inextlive