नाग पंचमी आज, घर में ही भगवान भोलेनाथ की करें आराधना

नाग देवता की आराधना करने से मिलता है आशीर्वाद

ज्योतिषाचार्य समीर भटनागर के अनुसार सावन के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाया जाता है

इस साल नाग पंचमी में मंगल वृश्चिक लग्न में होंगे

इसी दिन कल्कि भगवान की जयंती भी है

इस बार के व्रत से कालसर्प योग के दोष को दूर किया जा सकता है

इस साल शिव योग में नाग पंचमी पूजा का एक अद्भुत योग बन रहा है

इसमें भगवान शिव की नागों से पूजा उत्तम और कल्याणकारी है

नाग पंचमी पूजा मुहूर्त - 05:38 बजे से 08:22 बजे तक

अवधि - 2 घंटे 43 मिनट

डॉ। संजीव अग्रवाल के अनुसार नाग पंचमी पर आठ नाग देवताओं की पूजा का विधान है

इनमें वासुकी, तक्षक, कालिया, मणिभद्रक, ऐरावत, धृतराष्ट्र, कार्कोटक और धनंजय नामक अष्टनाग आते हैं

धन-समृद्धि पाने के लिए भी नाग देवताओं की पूजा की जाती है

मान्यता है कि नाग देवता, धन की देवी मां लक्ष्मी की रक्षा करते हैं

डॉ। दिनेशदत्त शर्मा ने बताया कि नाग पंचमी के दिन महादेव का रुद्राभिषेक करें

नाग-नागिन की मिट्टी की प्रतिमा बनाकर दूध, अक्षत, फूल, चंदन और मीठा अíपत करें

महादेव से अपनी बाधाओं को दूर करने की कामना करें

श्री बाबा औघड़नाथ मंदिर के पुजारी श्रीधर त्रिपाठी ने बताया कि मंदिर बंद होने के कारण श्रद्धालु घर में ही महादेव की पूजा-अर्चना करें

Meerut। भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए श्रावण का महीना खास होता है। इसी महीने नाग पंचमी का पर्व भी आता है। नाग पंचमी का त्योहार नाग देवता को समíपत है। ज्योतिषों के अनुसार इस दिन नाग देव की पूजा की जाती है, व्रत रखा जाता है। भोलेनाथ के गले में भी नाग देवता वासुकी लिपटें रहते हैं। धाíमक मान्यता के अनुसार, नाग पंचमी के दिन नाग देवता की आराधना करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

Posted By: Inextlive