एडीसीपी ने धाम का निरीक्षण किया अब हर किसी की होगी तलाशी संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने का निर्देश गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बाद पुलिस चौकस

वाराणसी (ब्यूरो)गोरखनाथ मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हुए हमले बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। गोरखनाथ मंदिर की घटना को आतंकी हमले की साजिश मानते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने एटीएस और एसटीएफ को संयुक्त रूप से जांच करने का निर्देश दिया है। साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा को लेकर अलर्ट किया गया है। सीएम के आदेश के बाद एडीसीपी (सुरक्षा) अजय कुमार ङ्क्षसह और एडीसीपी चक्रपाणि त्रिपाठी ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को चौकस रहने और बिना तलाशी लिए किसी भी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने का निर्देश दिया। कंट्रोल रूम के सुरक्षा कर्मियों को सीसीटीवी कैमरे की मानीटङ्क्षरग करने को कहा.

हर व्यक्ति की हो जांच

शासन के निर्देश पर एडीसीपी ने सुरक्षा कर्मियों को निर्देश दिया कि मंदिर के प्रवेश गेट पर लगे सुरक्षाकर्मी 24 घंटे अलर्ट रहें। मंदिर आने वाले हर व्यक्ति की जांच करें, चाहे जो भी हो। संदिग्धों पर विशेष नजर रखें। तनिक भी संदेह होने पर उसे तत्काल हिरासत में लें और बिना तहकीकात किए नहीं छोड़ें.

आपात स्थिति में एक-दूसरे की करें सहायता

सुरक्षाकर्मी अलर्ट रहने के साथ आपात स्थिति में सुरक्षाकर्मी एक-दूसरे का सहयोग करें। हर चेक प्वाइंट पर सुरक्षा कर्मी मौजूद रहें। बिना दूसरे साथी को अलर्ट किए चेक प्वाइंट नहीं छोड़ें।

चार एजेंसी लगी है सुरक्षा में

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा में करीब 997 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। यह माना जाता है कि करीब 97 सुरक्षा कर्मी अवकाश पर रहते हैं। ऐसे में एक शिफ्ट में यानी आठ घंटे में कम से कम 300 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। इसमें सिविल पुलिस, पीएसी, सीआरपीएफ और कमांडों हैं.

सीसीटीवी कैमरे रहे दुरुस्त

एडीसीपी ने धाम परिसर में लगे सीसीटीवी और कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए कहा कि एक-एक कैमरे दुरुस्त रहें। कैमरे सही ढंग से चल रहे हैं या नहीं, इसकी जांच करते रहें। खराबी मिलने पर तत्काल दुरुस्त कराएं। कंट्रोल रूम में तैनात सुरक्षाकर्मी मानीटङ्क्षरग करने के साथ हमेशा अलर्ट रहें.

काशी में कब-कब हुए आतंकी हमले

- 23 फरवरी 2005 को दशाश्वमेध घाट पर धमाका हुआ था। इसमें सात लोगों की मौत हुई थी.

- 7 मार्च 2006 को संकटमोचन मंदिर और कैंट रेलवे स्टेशन में सिलसिलेवार आतंकी धमाका हुआ। इन दोनों धमाकों में 18 लोगों की मौत हुई थी.

- 23 नवंबर 2007 को कचहरी में ब्लास्ट हुआ था। घटना में नौ लोगों की मौत हुई थी.

- 7 दिसंबर 2010 को शीतला घाट पर धमाका हुआ था। जिसमें 2 लोगों की मौत हुई थी.

नोट : साल 2010 के बाद तो कोई आतंकी घटना नहीं हुई, लेकिन साल 2016 में कचहरी में एक अधिवक्ता के चैंबर के पास हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ था.

Posted By: Inextlive