Varanasi: गर्मी को लेकर वैसे तो पिछले कई दिनों से हाय-तौबा दिख रही थी. मगर अप्रैल के आखिरी दिन यानि मंगलवार को गर्मी ने जो तेवर दिखाया वो चौंकाने वाला था. मैक्सिमम टेम्प्रेचर 2013 के सबसे पीक पॉइंट यानि 44.1 डिग्री पर जा पहुंचा. धूप में जबरदस्त जलन का एहसास हुआ. हवा की जगह लू के थपेड़ों ने राह चलना दुश्वार कर दिया. इतना ही नहीं भीषण गर्मी के चलते सड़कें तवे की तरह गर्म हो गईं.


नार्मल है गर्मी का बढऩा भले ही मंगलवार को गर्मी के तेवर देख अच्छे-अच्छे लोग घरों में दुबक गए मगर मौसम विज्ञानियों के हिसाब से गर्मी का लेवल अभी नार्मल के करीब ही है। अप्रैल लास्ट वीक में टेम्प्रेचर का 44 डिग्री तक जाना भी कोई खास बात नहीं है। ये गर्मी का नार्मल ट्रेंड है तो आगे बढ़ता ही जाएगा। बुधवार से शुरू हो रहे मई के महीने में टेम्प्रेचर इससे ज्यादा ही रहेगा। शाम तक दहकती रही हवा


भीषण गर्मी से रूबरू हुए अपने शहर में मंगलवार को सुबह 11 बजे के बाद से ही लू के थपेड़े महसूस होने लगे। शाम तक इनका असर बना रहा। शाम में सूरज ढल जाने के बाद भी हवा में दहक बनी रही। इसी वजह से लोगों को चैन न मिल सका। हर कहीं बस गर्मी की ही चर्चा रही। कुछ तो ये भी कह बैठे कि अभी ये हाल है तो मई-जून में क्या हाल होगा। अब 45 डिग्री दूर नहीं

मंगलवार को मैक्सिमम टेम्प्रेचर 45 डिग्री से महज 0.9 डिग्री ही नीचे था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले एक-दो दिन में टेम्प्रेचर 45 डिग्री जाना तय है। दरअसल, पूर्वांचल में एक-दो दिन के अंदर मौसम ड्राई बने रहने के चांसेज ज्यादा है, इसलिए मैक्सिमम टेम्प्रेचर 45 डिग्री या इससे ज्यादा हो जाए तो कोई बड़ी बात नहीं। उठने लगी स्कूल बंद कराने की मांगगर्मी बढऩे के साथ पैरेंट्स अब स्कूल बंद कराने की मांग करने लगे हैं। मंगलवार को ही कई पैरेंट्स ने ये जानकारी चाही कि डीएम ने स्कूल खुले रहने पर कोई डिसीजन लिया है या नहीं। जब उन्हें पता चला कि स्कूल बंदी का कोई डिसीजन नहीं है तो वो मायूस हो गए। कुछ ने कहा कि बच्चे का स्कूल से लौटते वक्त आज हाल बुरा हो गया था। अब तो स्कूल बंद कर देना चाहिए।

Posted By: Inextlive