-युवाओं की टोली ने बदल दी गली की सूरत, हृदय योजना के तहत सुंदरीकरण के लिए गली को किया गया शामिल

--PM नरेंद्र मोदी ने दो साल पहले अस्सी के इसी लगी में झाडू लगाकर किया था स्वच्छता अभियान का शुभारंभ

VARANASI

मन में यदि कुछ करने का जज्बा हो तो हर काम आसान होता है। भले ही मुसीबतों का पहाड़ सामने आए लेकिन कार्य करने की इच्छाशक्ति शिखर पर पहुंचाने के लिए बेकरार रहती है। कुछ ऐसे ही कार्य को अंजाम देकर युवाओं ने पीएमओ का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। बात की शुरूआत हम अस्सी मोहल्ले की भगवान जगन्नाथ गली से करते हैं, जहां दो साल पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरूआत झाडू लगाकर की थी। कूड़े व गंदगी से बजबजाती गली में लगभग सौ मीटर तक पीएम ने झाडू लगाया था और लोगों को जागरुक किया था। हालांकि उसके बाद भी गंदगी का नाता गली से टूटा नहीं। ऐसे में आगे आए अस्सी मुहल्ले के कुछ स्टूडेंट्स। इन युवाओं ने जुलाई ख्0क्म् में यूथ बिग्रेड का गठन कर इस गली को आदर्श गली बनाने के लिए जी जान से जुट गए। बिना किसी स्वार्थ के तकरीबन ख्भ् से फ्0 हजार रुपये अपने पॉकेट से खर्च कर गली के वॉल पर भारत माता का बड़ा सा पोस्टर, वर्ली-मैथिली मिक्स डिजाइन की पेटिंग, बनारस घाट की छवि पेटिंग के जरिये उकेरी। ताकि इधर से गुजरने वाला कोई भी गली में गंदगी न फैला सके। पेटिंग इतनी शानदार है कि गली से गुजरने वाले फॉरेनर्स एक बारगी रूक कर अपने कैमरे में इन पेटिंग को जरूर कैद करते हैं।

लगने लगा नक्काशीदार पत्थर

गली को और भी आकर्षक व सुंदर बनाने के लिए यूथ ब्रिगेड के संयोजक जगरनाथ ओझा ने पीएम के संसदीय कार्यालय से सहयोग की मांग की। इसके लिए केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय व केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा से भी मिले। मिलने का असर यह हुआ कि नगर निगम अधिकारियों की एक टीम ने जगन्नाथ गली का इंस्पेक्शन किया और हृदय योजना के तहत दुर्गाकुंड व अस्सी तक सुंदरीकरण के बजट ढाई करोड़ में जगन्नाथ गली को भी जोड़ दिया। जगन्नाथ मंदिर के बाहरी वॉल पर बेहतरीन नक्काशीदार पत्थर बिछाने का कार्य शुरू हो गया है। लगभग डेढ़ सौ मीटर तक के वॉल पर पत्थर बिछाए जाएंगे। पीएमओ नई दिल्ली तक इस गली की चर्चाएं हैं। संसदीय कार्यालय से बराबर अपडेट भी लिया जा रहा है।

नालियों पर पेंटिंग

गली को आकर्षक बनाने के लिए युवाओं ने नालियों पर काला-पीला पेंट किया है। जहां अधिक गंदगी होती थी वहां सुंदर फूल पत्तियों व डिजाइनदार पेटिंग के जरिये लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। बीते सितंबर-अक्टूबर में आईपीडीएस के तहत शुरू हुए खोदाई के दौरान कुछ माह के लिए युवाओं का कार्य बाधित जरूर हुआ लेकिन साफ-सफाई का जो माहौल बनाया वह आज अन्य मुहल्ले के लिए नजीर बन चुका है।

दो से तीन घंटे रोजाना की मेहनत

अस्सी यूथ ब्रिगेड टीम के संयोजक जगरनाथ ओझा, सत्येंद्र पांडेय, अनिल कुशवाहा, बॉक्सर राधे, अमित वर्मा, अभिकांत सिंह, जय साहनी, वीरेंद्र निषाद, सूरज गोंड सहित कुल पंद्रह सदस्य रोजाना दो से तीन घंटे गली में अपना श्रमदान करते हैं। जहां कहीं भी गंदगी या कुछ अन्य समस्याएं समझ में आती है उसका निराकरण करते हैं।

Posted By: Inextlive