फरवरी तक पूरा करना था मेंटेनेंस वर्क 23 अप्रैल तक भी नहीं हो सका पिछले माह की तुलना में 124 मेगावॉट की बढ़ी डिमांड


वाराणसी (ब्यूरो)पांडेयपुर में पेड़ों की कटाई और सड़कों के चौड़ीकरण के कारण मंगलवार को लालपुर फीडर और उदयपुर उपकेंद्र से बेलवा बाबा फीडर से सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक बिजली कटौती होगी। कैथी सबस्टेशन से निकलने वाली 33 केवी विद्युत लाइन के लिए पोल लगाने का कार्य किया जाना है, जिसके कारण 20 और 22 अप्रैल को सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक शटडाउन लिया जाएगा। आप सोच रहे होंगे, हम आपको बिजली कटौती की पुरानी सूचनाएं क्यों बता रहे हैं। पर यह बिजली कटौती की असलियत है। भीषण गर्मी के बीच मेंटेनेंस के नाम पर 5 से 9 घंटे की बिजली कटौती हो रही है। कहीं शटडाउन के नाम पर तो कहीं फॉल्ट के नाम पर कई-कई घंटे तक लोगों को बगैर बिजली पंखे के रहना पड़ रहा है। ऐसा तब है जब बनारस को नो कट जोन घोषित किया गया है। वक्त बेवक्त बत्ती गुल होने से लोगों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है.

घोषित कटौती से 18 हजार घर प्रभावित

बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मंगलवार को पांडेयपुर में पेड़ों की कटाई और सड़कों के चौड़ीकरण के चलते सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक पावर सप्लाई पर ब्रेक लगाया गया। लालपुर फीडर, उदयपुर उपकेंद्र से व बेलवा बाबा फीडर से 5 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। नगरीय विद्युत निर्माण खंड द्वितीय अधिशासी अभियंता वीरेंद्र सिंह के मुताबिक 33 केवीए उपकेंद्र पांडेयपुर से अशोक बिहार, अशोक नगर, पांडेयपुर चौराहा, लमही, अशोक नगर, नक्खी घाट में कटौती की गई। 5 घंटे की इस कटौती से करीब 18 हजार घर के लोगों को बगैर बिजली के रहना पड़़ा। जिन घरों में इंवर्टर थे। उनका तो किसी तरह से काम चल गया, मगर जहां यह व्यवस्था नहीं थी वे गर्मी से परेशान रहे।

2 करोड़ का बजट, फिर भी काम अधूरा

गर्मी शुरू होने से पहले पॉवर कॉरपोरेशन की ओर से फीडर को ठीक करने का जिम्मा बिजली विभाग के अधिकारियों को दिया गया था। फरवरी तक इस कार्य को पूरा कराने के लिए दो करोड़ रुपए का बजट भी आया था। इसके बाद भी विभाग के अधिकारियों ने फीडर और ट्रांसफार्मर को मेंटेनेंस वर्क पूरा नहीं कराया। अब इसका खामियाजा आम पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। अप्रैल तक भी मेंटेनेंस कार्य पूरा होते नहीं दिख रहा है।

एक माह में 124 मेगावॉट की बढ़ी डिमांड

बिजली विभाग के मुताबिक मौजूदा समय में घोषित और अघोषित बिजली कटौती कुल 2 से 7 घंटे तक हो रही है। इसके साथ ही गर्मी के चलते बिजली की खपत भी तेजी से बढ़ रही है। मार्च में यहां बिजली की खपत 446 मेगावॉट थी, जो अप्रैल में बढ़कर 570 मेगावॉट हो गई है।

ट्रांसफार्मर्स पर बढ़ा लोड

विभागीय अधिकारियों की मानें तो बिजली की डिमांड बढऩे से ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो गए, जिस कारण पिछले एक सप्ताह में बिजली विभाग को कई जगहों पर शटडाउन लेना पड़ा। इन स्थानों पर ट्रांसफार्मर में कहीं ऑयल लीक हो रहा था तो कहीं तार डैमेज थे। यहीं नहीं पोल लगाने, तार कसने और पेड़ों की छटाई-कटाई के नाम पर विभिन्न फीडरों पर दो से 5 घंटे तक शटडाउन किया गया। कई इलाकों में तो घोषित कटौती के बाद भी दो से चार घंटे की अघोषित कटौती जारी है।

इन एरिया में ज्यादा कटौती

लक्सा, गोदौलिया, कमच्छा, रथयात्रा, मलदहिया, सिगरा, महमूरगंज, अवलेसपुर, चितईपुर, लहरतारा, लेढुपुर, पहडिया, शंकुलधारा, मंडुआडीह, मढ़ौली, प्रहलादघाट, मच्छोदरी, बेनियाबाग, मैदागिन, जैतपुरा, नदेसर, सुंदरपुर, बांसफाटक, मंडुआडीह, सारनाथ, पहडिय़ा, पांडेयपुर, पड़ाव, करसड़ा, अमरा, बेटावर आदि।

फैक्ट फाइल

44 सबस्टेशन हैं बनारस में

180 फीडर्स से आपूर्ति होती है

124 मेगावॉट बिजली की खपत बढ़ गई एक माह में

446 मेगावॉट बिजली की खपत थी मार्च में

570 मेगावॉट बिजली की खपत हो गई अप्रैल में

2 से 7 घंटे तक हो रही है घोषित और अघोषित कटौती

ज्यादा गर्मी पडऩे से लोड बढ़ गया है। वर्तमान में 570 मेगावाट तक लोड पहुंच गया है। टांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई है। ट्रांसफार्मर में आयल भरा गया था, वह हीट हो रहा है। इसके चलते शटडाउन व ब्रेकडाउन करना पड़ रहा है। माह के अंतिम सप्ताह में सभी मेंटेनेंस वर्क पूरा करा लिया जाएगा.

अरविंद कुमार, चीफ इंजीनियर, पीवीवीएनएल

Posted By: Inextlive