बारिश गई थम तो धूल घोंटने लगा दम
-शहर में बढ़ा पॉल्यूशन का लेवल, हवा में घुलने लगा जहर
-क्षतिग्रस्त सड़कों पर उड़ रही धूल से पॉल्यूशन का लेवल हुआ हाई बारिश खत्म होते ही शहर की सड़कों पर धूल उड़ने लगी है। हवा में जहर घुलने लगी है। स्मार्ट सिटी बनारस में एक बार फिर एयर पॉल्यूशन का लेवल बढ़ने लगा है। जहरीली हवा की वजह से लोगों का दम घुटने लगा है। बुजुर्ग, बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए जहरीली हवा बेहद खतरनाक साबित हो रही है। बारिश के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों पर जमी मिट्टी धूल बनकर उड़ रही है। इन सब के बावजूद पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड गंभीर है न ही जिला प्रशासन। बढ़ रहा पाल्यूशन का लेवलएयर फॉर केयर संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक बारिश थमने के बाद पीएम 10 व पीएम 2.5 में लगातार बढ़ोतरी हुई है। शहर के उन एरिया जहां हरियाली है उसे छोड़ दिया जाए तो हर जगह जहरीली हवा सांस के रास्ते फेफड़े में उतर रही है। बुधवार को डीेएलडब्ल्यू रोड, ककरमत्ता, चितईपुर, कंचनपुर से अमरा चौराहे तक पीएम 2.5 का लेवल 400 से ऊपर हो रहा। जबकि पीएम 10 का लेवल 370 के ऊपर जा पहुंचा है, जो कि तय मानक से कई गुना ज्यादा है। वहीं अर्दली बाजार क्षेत्र में पीएम 2.5 का लेवल 391 प्लस, जबकि पीएम 10 का लेवल 300 से ज्यादा बढ़ चुका है। करीब-करीब हर एरिया में ऐसी ही स्थिति है।
खतरनाक है धूल का गुबार सड़क पर उड़ते धूल के गुबार ने मुसीबत बढ़ा दी है। शहर की हवा में हार्मफुल व विषैले पदार्थो का लगातार बढ़ना एयर पॉल्यूशन की वजह बन बन रही है। सिटी में विभिन्न विषाक्त गैस और सड़कों पर जमी मिट्टी से उड़ रही धूल के कारण उत्पन्न प्रदूषण साफ हवा को दूषित कर रहा है, जो न सिर्फ इंसान बल्कि पेड़-पौधों और पशुओं को भी प्रभावित कर रहा है। -ये होता है पीएम 10 व 2.5 पार्टिकुलेट मेटर 10 माइक्रोन से ज्यादा बड़े होते है। लिहाजा ये फेफड़ों के निचले हिस्से तक नहीं पहुंच पाते। जबकि पीएम 2.5 बेहद सूक्ष्म होने से निचले हिस्से तक पहुंचते है। वहां जाकर ये सूजन पैदा करता है, जहां गैस एक्सचेंज होता है। पीएम 2.5 न सिर्फ फेफड़ों बल्कि दिल, दिमाग व पेट को भी नुकसान पहुंचाता है। ये है मानक? पीएम 2.5 60 से ज्यादा बढ़ेगा तो खतरा बढ़ जाएगा पीएम 10100 से ज्यादा होने पर खतरा बढ़ेगा
एक सप्ताह का लेवल (अर्दली बाजार में) डेट पीएम 2.5 पीएम 10 09 अक्टूबर 391 359 08 अक्टूबर 301 395 07 अक्टूबर 262 218 06 अक्टूबर 241 253 (चितईपुर-डीएलडब्ल्यू रोड में) डेट पीएम 2.5 पीएम 10 09 अक्टूबर 401 370 08 अक्टूबर 350 410 07 अक्टूबर 340 280 06 अक्टूबर 326 295करीब-करीब एसी ही स्थिति सिटी के सभी एरिया की है।
---वर्जन बारिश के दौरान पॉल्यूशन का लेवल बेहद कम हुआ था, लेकिन बीते चार दिन में पुराने फीगर से भी ज्यादा भयानक स्थिति हो गई है। दिवाली से पहले पॉल्यूशन का लेवल बढ़ना बड़े खतरे की ओर इशारा है। -एकता शेखर, प्रेसिडेंट, द क्लाइमेट एजेंडा ----- जहरीली हवाओं के साथ धूल भरे कण लोगों के स्कीन को भी प्रभावित करते हैं। हवा के माध्यम से उड़ती मिट्टी जब स्कीन पर पड़ती है तो इससे चेहरे पर दाने, स्किन पर रैसेस के साथ एलर्जी की समस्या आ जाती है। -डॉ। एसएन दीक्षित, स्कीन स्पेशलिस्ट-मंडलीय हॉस्पिटल प्रदूषण लगातार हमारी सांसे कम कर रहा है। यह सही है कि बारिश के बाद पॉल्यूशन का लेवल काफी ज्यादा बढ़ा है। मौसम भी बदल रहा है, ऐसे में श्वांस रोगियों को बचकर रहने की जरूरत है। डॉ। एसके पाठक, सीनियर श्वांस व फेफड़ा रोग विशेषज्ञ-ब्रेथ ईजी टीबी चेस्ट एलर्जी केयर हॉस्पिटल