500 से ज्यादा शिक्षाविदों के साथ प्रधानमंत्री आज करेंगे तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम का आगाज समागम के जीस्ट को बतौर वाराणसी डिक्लेरेशन देशभर में किया जाएगा लागू

वाराणसी (ब्यूरो)इंडिया के न्यू एजुकेशन पॉलिसी को बनारस में बूस्टर डोज दिया जाएगा। इसके लिए स्मार्ट सिटी सिगरा स्थित रूद्राक्ष सेंटर में तैयारी पूरी कर ली गई हैै। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शिक्षा समागम कराने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने प्लान यूजीसी को शेयर किया था। एजुकेशन मॉडल पर मंथन करने के लिए आज यानी गुरुवार को 500 से अधिक कई विषयों के विद्वान शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 2.30 बजे तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम का इनाग्रेशन करेंगे। मंथन में तेजी से बदलती दुनिया में इंडिया का एजुकेशन मॉडल लंबे समय तक कैसे प्रासंगिक रहे। साथ ही डिजिटल यूनिवर्सिटी ओपन करने की भी कवायद की जाएगी।

वाराणसी डिक्लेरेशन

देश की नई जनरेशन को नई शिक्षा नीति से शिक्षित कर इन्हें रोजगार का कौशल प्रदान करने वाली शिक्षा की परिकल्पना की गई है। मुख्य उद्देश्य सभी क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके संस्थानों को मजबूत करने व शिक्षा को सही मार्ग पर लाना है। 21वीं शताब्दी की चुनौतियों का सामना करने के लिए बनाई गई नई शिक्षा नीति में रचनात्मक और नवाचार पर विशेष जोर है। वाराणसी डिक्लेरेशन अपने तरह की पहली मंथन कार्यशाला है।

2023 में ओपन होने लगेंगी डिजिटल यूनिवर्सिटी

यूजीसी के चेयरमैन प्रो। एम जगदीश ने बताया कि बच्चों को पढ़ाई में वैरायटी मिले और शिक्षा को बोझ कर तरह न लें। एजुकेशन पालिसी पर वाराणसी में इसकी विस्तार से समीक्षा होगी। सपोज कीजिएअगर देश में 100 बच्चे आपके कॉलेज में पढऩा चाहते हैं, मगर केवल 3 का एडमिशन हुआ। जबकि बाकी के बच्चे भी योग्य थे। ऐसे में उन्हें किस तरह से शिक्षा दी जाए, यह नई शिक्षा नीति इसका रास्ता सुझाती है। उन्होंने कहा कि 2023 से हम पूरे देश में डिजिटल यूनिवर्सिटी की शुरुआत कर देंगे। आप कंप्यूटर खोलकर घर बैठे डिप्लोमा या डिग्री पा सकते हैं। ऑनलाइन शिक्षा पर काम काफी तेजी से चल रहा है।

350 से अधिक वीसी से संवाद

यूजीसी इस कार्यक्रम का आयोजन करा रहा है और बीएचयू उसका सह आयोजक है। प्रधानमंत्री की स्पीच के बाद शाम 4.00 बजे 'राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020Ó की ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ। कस्तूरीरंगन अपनी बात देशभर के 350 से अधिक विश्वविद्यालयों के वीसी और डायरेक्टर्स के सामने रखेंगे। इसके बाद से यह कार्यक्रम 12 सत्रों में पूरा होगा। इनमें 9 टेक्निकल सेशन और दो सक्सेज स्टोरी सेशन होंगे। यहां देशभर से आने वाले शिक्षाविद अपने-अपने शैक्षणिक संस्थानों के प्रगति पर बात करेंगे। बताएंगे कि शिक्षा नीति पर आधारित नई चीजें क्या हुईं।

वर्जन

नई एजुकेशन पालिसी में बच्चों को पढ़ाई में वैरायटी मिलेगी और शिक्षा बोझ की तरह नहीं लगेगी। एजुकेशन पालिसी पर वाराणसी में इसकी विस्तार से समीक्षा की जाएगी। जिसे वाराणसी डिक्लेरेशन के तौर पर ड्राफ्ट किया जाएगा।

प्रो। एम जगदीश, यूजीसी चेयरमैन

Posted By: Inextlive