चंदुआ सट्टïी से लहरतारा सनबीम तक की छित्तुपुर घंटीमील रोड है जर्जर बीच रोड पर सीवर टैैंक के उठने और गड्ढे बने जानलेवा कैंट स्टेशन से बनारस स्टेशन का शार्टकट है बदहाल स्कूल बस एंबुलेंस बाइक और फोरव्हीलर्स चालकों को आवागमन में परेशानी रोजाना 20 हजार से अधिक नागरिकों व राहगीरों का होता है आवागमन

वाराणसी (ब्यूरो)शहर में सड़कों की क्वालिटी का आलम यह है कि नेपाली पीएम शेर बहादुर देउबा के दौरे से ठीक पहले लहुराबीर में सड़क धंस गई। इधर, चंदुआ सट्टïी से लहरतारा सनबीम तक की छित्तुपुर घंटीमील रोड कई वर्षों से बदहाल है। स्कूल बस, एंबुलेंस, बाइक और फोरव्हीलर्स के आवागमन में दिक्कत होती है। महज दो किमी की दूरी को तय करने में आधे घंटे से अधिक समय लग जाता है। इंटरलॉकिंग रोड के उखडऩे, बीच में बीस से अधिक सीवर के उठने और गड्ढे में धंसे ढक्कन परेशानी का सबब बने हुए हैैं.

अब तो कई स्थानीय निवासी कमर और रीढ़ की हड्डी में दर्द के पेशेंट बन गए हैैं। जबकि, यह इंटरलाकिंग रोड कैंट स्टेशन से बनारस स्टेशन पहुंचने का शार्टकट है। इस मार्ग के किनारों पर आधा दर्जन से अधिक कॉलोनी हैैं। रोजाना 20 हजार से अधिक नागरिकों और राहगीरों का आवागमन होता है। लिहाजा, नागरिकों ने जल्द से जल्द पिच रोड के निर्माण की मांग की है.

उखड़ गई इंटरलाकिंग से हादसे

चंदुआ सट्टïी से लहरतारा सनबीम तक की छित्तुपुर घंटीमील रोड कई वर्षों से बदहाल है। करीब दो किमी की सड़क में 50 से अधिक स्थानों पर इंटरलॉकिंग के सीमेंट वाले पत्थर उखड़कर नष्ट हो गए हैैं। इन पत्थरों के हटने से रोड के बीच, साइड और अन्य स्थानों पर गड्ढे बन गए हैैं। चंूकि यह रोड सिंगल हैै, जिससे दोनों साइड से आने वाले वाहनों के चलते पास लेने में बाइक व फोरव्हीलर्स गड्ढे में फंसकर घायल हो जाते हैैं। सुबह-शाम रोड पर अधिक लोड होता है.

एंबुलेंस-स्कूल बस के आने में परेशानी

चंदुआ सट्टïी से लहरतारा तक की छित्तुपुर घंटीमील रोड के दोनों तरफ हरि नगर, एकता नगर, अशोक नगर समेत करीब दर्जन भर कॉलोनी और पांच से अधिक अपार्टमेंट हैैं। यहां निवास करने वाले फैमिली के हजारों बच्चों के स्कूल बस को जर्जर रास्तों से गुजरने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यही स्थिति एंबुलेंस की भी है। इमरजेंसी में इस मार्ग से पेशेंट को हॉस्पिटल ले जाना खतरे से खाली नहीं होता है। गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी आदि के लिए हॉस्पिटल ले जाना तो बहुत रिस्की होता है.

दो स्टेशन के शॉर्टकट में सैकड़ों कट

स्टेशनरी शॉप चलाने वाले राजेश कुशवाहा बताते हैैं कि छित्तुपुर घंटीमील रोड पांच वर्ष से अधिक समय से बदहाल है। रोड के टूटने से बने गड्ढों में वाहन के पलटने से कई बार तो जानलेवा हादसे भी हुए हैैं। कैंट से मंडुआडीह मेन रोड पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। लिहाजा, आटो, ई-रिक्शा और टैक्सी चालक इधर से जल्दबाजी में पैसेंजर को स्टेशन पहुंचाते हैैं। रोड की हालत अच्छी नहीं होने से इनका भी सफर अब सुरक्षित नहीं रहा हैैं.

उभरा दर्द, फ्लैट चेंज करने पर विचार

छित्तुपुर घंटीमील रोड इलाके में स्थित हरि नगर में रेंट पर रहने वाले उपेंद्र प्रताप बताते हैैं कि इस रोड से आफिस आने-जाने भर से मेरे रीढ़ की हड्डी का मर्ज फिर उभर गया है। रास्ता इतना बदहाल है कि कितने भी आराम से बाइक लेकर आवागमन करें, लेकिन रोड के गड्ढों और उबड़-खाबड़ सीवर ढक्कन से टकराकर कमर, शोल्डर और रीढ़ की हड्डी में दर्द उभरने लगा है। रास्ता जल्दी नहीं बना तो फ्लैट ही चेंज करना पड़ेगा। इनके अलावा अन्य नागरिकों को भी हड्डी से जुड़ी परेशानियां बढऩे लगी है।

छित्तुपुर घंटीमील रोड पांच वर्षों से अधिक समय से बदहाल है। हमलोगों ने कई बार लिखित और मौखिक शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से की गई। लेकिन, इस मार्ग की मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया है। स्थिति बद से बदतर हो गई है। लिहाजा, जल्द से जल्द मार्ग की मरम्मत की जाए.

-कृष्ण कुमार मौर्यवंशी, नागरिक

सबसे बड़ी समस्या सीवर का अव्यवस्थित ढक्कन हैैं। कोई रोड से आधा फुट उठा हुआ है तो कई रोड बेस से 20-25 सेमी। जमीन में धंसे हुए हैैं। इमरजेंसी में एंबुलेंस और टैक्सी से किसी पेशेंट को सकुशल हॉस्पिटल पहुंचाना भी चुनौती बन गया है.

-चंदन सिंह, नागरिक

सड़क बदहाल है। ये सभी को पता है। हाल ही में विधानसभा का इलेक्शन बीता है। सभी प्रत्याशी दावा कर रहे थे कि डामर-पिच रोड का निर्माण हमारी प्राथमिकता में है। जनता परेशानी झेलते हुए सब कुछ देख रही है। हमारे धैर्य का इम्तिहान नहीं लिया जाए। रोड बनवाया जाए.

-विशाल मौर्य काशी, यूथ

देश-विदेश में हल्ला है कि बनारस शहर स्मार्ट है। इससे बढिय़ा सड़कें गांवों की है। नगर निगम के अधिकारी से मांग है कि इंटरलॉकिंग रोड के जर्जर होने से हजारों नागरिकों को आवागमन में बड़ी परेशानी हो रही है। निर्माण कार्य में अब और देर नहीं किया जाए.

-शुभम श्रीवास्तव, नागरिक

स्मार्ट होते शहर में हमलोगों के इलाकों का अधिकारी जान-बूझकर विकास नहीं कर रहे हैैं। क्या हम लोग अन्य शहरियों की तरह टैक्स नहीं देते हैैं। आए दिन रोड पर गिरकर बच्चे और बुजुर्ग चोटिल हो रहे हैैं। इसकी जिम्मेदारी नगर निगम के अफसर लेंगे। हमारी मांग है कि जल्द रोड का निर्माण कार्य कराया जाए.

-अजय यादव, नागरिक

चंदुआ से सनबीम लहरतारा तक की घंटीमील रोड के बदहाल होने की जानकारी मिली है। मैैं निर्माण विभाग टीम को भेजकर रोड की बदहाली का मुआयना कराता हूं। नागरिकों की सेफ्टी और सुविधा हमारी प्राथमिकता में है। निर्माण विभाग टीम की रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

-दुष्यंत मौर्य, एडिशनल कमिश्नर, नगर निगम

Posted By: Inextlive