डॉक्टर्स के साथ मारपीट कर चेन नगदी व मोबाइल भी लूट लिया आपत्तिजनक वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल दो हुए अरेस्ट


वाराणसी (ब्यूरो)गे डेङ्क्षटग एप के जरिए चिकित्सक को अपने जाल में फंसाकर बीएचयू के छात्रों ने छात्रावास में अप्राकृतिक दुष्कर्म किया। यही नहीं मारपीट करके उनके पास से सोने की चेन, अंगूठी, मोबाइल व नगदी भी लूट ले गए। आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उसे प्रसारित करने की धमकी देकर रुपये ऐंठते रहे। इससे परेशान होकर चिकित्सक ने लंका थाने में पांच छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि एप के माध्यम से लोगों को फंसाकर दुष्कर्म करने का यह पहला मामला पूर्वांचल में सामने आया है.

लंका थाने में मुकदमा

डीसीपी काशी आरएस गौतम ने बताया कि कंदवा निवासी प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर ने लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया। जानकारी दी कि बीते 11 जनवरी को एक युवक ने फेसबुक मैसेंजर के जरिए बात की। उसने रूम पार्टनर की तबीयत खराब होने की जानकारी देते हुए देख लेने का अनुरोध किया। उसके बुलाने पर लंका स्थित बीएचयू के ङ्क्षसहद्वार पहुंचे तो युवक अपने साथ बीएचयू के रूइया छात्रावास (संस्कृत विभाग) में ले गया।

आ गए और युवक

कमरे में पहुंचते ही तीन-चार और युवक आ गए और कमरा बंद करके कपड़े उतरवाकर आपत्तिजनक वीडियो बनाया। इसके बाद पिटाई करके सोने की चेन, अंगूठी और 20 हजार रुपये नगद ले लिया। मोबाइल से आनलाइन 15 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। रिश्तेदार से भी 25 हजार रुपये ले लिए। इस मामले में पुलिस ने श्रीमन नारायण, सूरज दुबे, गोङ्क्षवद पासवान, सौरभ यादव, अवनीश मिश्रा के खिलाफ लूट, रंगदारी, अप्राकृतिक दुष्कर्म समेत दस गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।

नरिया से किया अरेस्ट

लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्र के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सोमवार को नरिया तिराहे के पास से प्रतापगढ़ के पूर्वी सहोदरपुर निवासी श्रीमन नारायण शुक्ल तथा गाजीपुर के छिड़ीचौरा निवासी सूरज दुबे को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से चिकित्सक से लूटी गई चेन, अंगूठी व मोबाइल बरामद किया गया है। दोनों बीएचयू में शास्त्रीय संकाय के तृतीय वर्ष के छात्र हैं और रूइया हास्टल में रहते हैं.

छह माह में पांच शिकार

डीसीपी काशी के अनुसार पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि उन्होंने छह महीने में चिकित्सक समेत पांच लोगों को अपना शिकार बनाया है। दुष्कर्म का वीडियो प्रसारित होने के डर से किसी ने पुलिस से शिकायत नहीं की। उनके निशाने पर चिकित्सक और व्यापारी होते हैं, जो आसानी से रुपये दे देते हैं। आरोपितों ने बताया कि वह गे डेङ्क्षटग एप ङ्क्षग्रडर के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। चिकित्सक से भी इसी के जरिए दोस्ती करके हास्टल बुलाया और डरा-धमकाकर अप्राकृतिक कृत्य करते हुए मोबाइल से वीडियो बना लिया।

20 लाख की मांगी रंगदारी

बीएचयू के छात्रों ने दुष्कर्म का वीडियो प्रसारित करने की धमकी देकर चिकित्सक से 20 लाख रुपये की मांग की तो इससे परेशान होकर वह पुलिस के पास पहुंचे। लंका थाना प्रभारी के साथ पुलिस निरीक्षक शिवधारी पासवान, नगवां चौकी प्रभारी अजय यादव, बीएचयू चौकी प्रभारी शिवाकर मिश्र समेत पुलिस टीम ने घेराबंदी करके दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया और तीन अन्य की तलाश की जा रही है। छात्रावास के जिन कमरों में ऐसा कुकर्म होता था उसकी जांच में पुलिस जुटी है। डीसीपी काशी ने आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 20 हजार रुपये नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है.

Posted By: Inextlive