::: योग दिवस विशेष :::

-संक्रमित होने पर दवा के साथ योग कर खुद को स्वस्थ किया

कोरोना महामारी से पूरी दुनिया परेशान है। वैक्सीन और दवा से कुछ हद तक इस पर काबू पा लिया गया, लेकिन शत-प्रतिशत कारगर दवा का अभी इंतजार है। हालांकि योग से इम्युनिटी डेवलप कर इस महामारी से मुक्ति पाई जा सकती है। कोरोना के अलावा अन्य कई रोगों में भी योग काफी कारगर साबित हुआ है। मार्च 2020 में कोरोना की दस्तक के बाद बहुत से लोगों ने योग के जरिए इस महामारी से जंग लड़ी और स्वस्थ होकर लाइफ का आनंद ले रहे हैं। ओम का उच्चारण, महाप्राण ध्वनि, कपालभाति, अनुलोम विलोम, भुजंगासन, पवनमुक्तासन और शंख बजाकर लोगों ने योग संग कोरोना से जंगकर कर उसे बॉय-बॉय कर दिया। ऐसे कुछ खास शख्सियत ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से खास बातचीत की।

1. अनुलोम विलोम से शुरुआत-

वृद्धाश्रम के संचालक पंडित नागेंद्र उपाध्याय बताते हैं कि दूसरी लहर में 15 अप्रैल को मैं भी संक्रमित हो गया। तीन दिन में हालत काफी बिगड़ गई। भाई ने ओमेगा हास्पिटल में भर्ती करा दिया। मेरा आईसीयू वार्ड में इलाज चला। दवा से बहुत राहत नहीं मिल रही थी। एक सप्ताह बाद मैंने हास्पिटल में ही योग शुरू कर दिया। अनुलोम विलोम से शुरुआत की। दवा के साथ योग से एक हफ्ते में काफी सुधार आया। 22 दिन बाद मैं पूरी तरह से स्वस्थ होकर घर लौटा। हालांकि मैं पहले से ही योग करता रहा हूं। इसलिए बहुत परेशानी नहीं हुई।

2. योग से हुए निरोग

एक मल्टीनेशनल कंपनी में उपमन्यु सिंह प्रोजेक्ट मैनेजर हैं। वह बताते हैं कि उनकी मम्मी रश्मि सिंह समाजसेविका हैं। सामाजिक कार्यो के दौरान वह कोरोना से संक्रमित हो गई। उन्हें हास्पिटल में भर्ती करना पड़ा। एक हफ्ते में मैं भी संक्रमित हो गया। चिकित्सकों के सलाह पर तत्काल दवा शुरू कर दी और होम आइसोलेशन में योग भी शुरू कर दिया। नियमित करीब आधे घंटे तक योग किया। आठ दिन के अंदर मेरी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। मेरी सलाह पर मम्मी ने भी हास्पिटल के अंदर योग किया और वह भी स्वस्थ हो गई।

3. 14 दिनों में फिट

सामाजिक कार्यकर्ता रामसुधार मिश्रा बताते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में मेरे कई रिश्तेदार और खास परिचित भी आ गए। उनकी मदद करने के दौरान मैं भी संक्रमित हो गया। चिकित्सक की सलाह पर खुद को होम आइसोलेट कर लिया। पहले दिन से ही दवा के साथ मार्निग वॉक और योग भी शुरू कर दिया। करीब 14 दिन होम आइसोलेशन में रहकर मैं पूरी तरह से स्वस्थ हो गया। हालांकि मैं पहले ही नियमित योग करता हूं।

4. योग से 50 महिलाओं को किया ठीक-

योगा टीचर प्रतिमा वैश्य बताती हैं कि पिछले 22 से 23 साल से लोगों को योगा सिखा रही हैं। उन्होंने बताया कि 25 साल पहले हार्ट की बीमारी हो गई। दो बार हार्ट अटैक के बाद तीसरे अटैक से बचने के लिए रोज ढेर सारी दवाइयां खानी पड़ती थीं। जिससे स्वास्थ और आर्थिक स्थिति खराब हो रही थी। इसी बीच एक डॉक्टर ने बताया कि दवा के साथ योगा भी करें। इसके बाद योग को अपने दिनचर्या में शामिल कर लिया और लोगों को योगा के प्रति जागरूक करने लगीं। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था से जुड़कर करीब 17 महिलाएं निशुल्क योगा प्रशिक्षण दे रही हैं और 50 अधिक महिलाएं ने योग से कोरोना को मात दी है।

5. योग से ये फायदे

योगाचार्य बब्बन तिवारी ने योग की विशेषताओं को बताया।

- ओम का उच्चारण रोज सुबह 10 मिनट करने से शरीर की सारी मांसपेशियों के ब्लॉकेज खुल जाते हैं। मानसिक रूप से व्यक्ति स्वस्थ होने लगता है।

- कपालभाति करने से शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

- भस्त्रिका करने से फेफड़े के अंदर मजबूती आती है।

- अनुलोम विलोम से शरीर के ब्लॉकेज खुलते हैं। श्वसन क्रिया संतुलित रहती है।

- भुजंगासन करने से फेफड़े मजबूत होते हैं। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि होती है।

- पवनमुक्तासन करने से शरीर के अंदर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि होती है।

Posted By: Inextlive