आईओसी ने शुरू किया कंपोजिट सिलेंडर लगाने का अभियान हल्का इतना की कोई भी उठाकर कहीं भी रख देगा लगाने में भी आसान नए साल तक 50 हजार से अधिक कन्ज्यूमर्स को इससे जोडऩे का टार्गेट अब तक काशी में दो हजार से अधिक कन्ज्यूमर्स कर रहे यूज सिटी में आठ लाख से अधिक हैं कनेक्शनधारकों की संख्या

वाराणसी (ब्यूरो)अब किचन में गैस सिलेंडर से न धमाका होगा और न ही आग लगेगी। यही नहीं सिलेंडर को हटाकर कहीं रखना भी होगा तो महिलाएं स्वयं ही उसे उठाकर कहीं भी रख सकेंगी। कारण कि उसका वजन अब पहले वाले से आधे से भी कम होगा। नहीं ये मत सोचिए कि उसमें गैस कम होगी, गैस तो उतनी ही रहेगी बस सिलेंडर का वजन घट जाएगा। आईओसी अब ऐसे सिलेंडर का उपयोग करने जा रहा है जो लोहे का नहीं बल्कि फाइबर का बना होगा। इस समय शहर में लगभग दो हजार कंज्यूमर्स ऐसे सिलेंडर का उपयोग कर भी रहे हैं, जिसे बढ़ाकर 50 हजार तक ले जाने का टार्गेट तय किया गया है.

लोहे का सिलेंडर खतरनाक

अक्सर देखने को मिलता है कि खाना बनाते समय सिलेंडर ब्लास्ट से महिला की मौत हो गयी, कई घायल हो गए। किचन के साथ छत भी उड़ गया। यह सब लोहे के सिलेंडर लगाने पर होता रहा। इस इंसीडेंट को गंभीरता से लेते हुए आईओसी ने अब एजेंसियों में कंपोजिट सिलेंडर को उतारा हैं। ताकि कन्ज्यूमर्स के साथ कोई हादसा न हो.

कंपोजिट सिलेंडर की खासियत

फाइबर सिलेंडर को तीन तरह से बनाया गया है। अंदर से पहला स्तर हाई डेंसिटी पाइथिलीन का बना हैं। इसके बाद पालिमर से बने फाइबर ग्लास से कोट किया गया है। बाहरी स्तर को भी एचडीपीई से बनाया गया हैं। इंडेन कंपोजिट सिलेंडर की खासियत है कि इसमें यह पता चल जाएगा कि कितनी गैस बची हुई है और कितनी खर्च हो गई है। अगर गैस चोरी हुई तो भी पता चल जाएगा.

मोमबत्ती की तरह पिघलेगा

लोहे के सिलेंडरों में आग लगने पर वह ब्लास्ट कर जाता हैं। इसके जस्ट अपोजिट कंपोजिट सिलेंडर में आग लगने पर यह ब्लास्ट नहीं करेगा, बल्कि जिस तरह से मोमबत्ती पिघलती है, उसी तरह पिघल जाएगा। इससे घायल होने का खतरा तो टलेगा ही किचन के साथ घर भी सुरक्षित रहेगा।

फर्श पर नहीं लगेगा दाग

कंपोजिट सिलेंडर में एक और खासियत है। फर्श पर रखने पर दाग नहीं लगेगा। इसकी अपेक्षा लोहे का सिलेंडर जहां रखा जाता है वहां जंग लग जाता हैं जो जल्दी छूटता नहीं है। फाइबर सिलेंडर मार्डन किचन की खूबसूरती को भी बढ़ाता हैं.

वेट में कम, रेट भी रिजनेबल

लोहे के सिलेंडर का वेट करीब 30 से 31 केजी होता है। इसमें करीब 14 केजी गैस होती है। जबकि इसकी अपेक्षा फाइबर सिलेंडर का वेट करीब 16 केजी है। इनमें 10 केजी गैस और 6 केजी सिलेंडर का वेट है। इसी प्रकार 5 केजी के सिलेंडर का भी वेट काफी कम हैं। 10 केजी सिलेंडर का रेट करीब 795 व 5 केजी सिलेंडर का रेट 397.5 रुपए है। ये पूरी तरह ब्लास्ट प्रूफ और ट्रांसपरेंसी है। कितनी गैस बची है आसानी से देखा जा सकता है।

करा सकते हैं एक्सचेंज

नये कंपोजिट सिलेंडर को लेने के लिए कन्ज्यूमर्स चाहें तो पुराने सिलेंडर से कंपोजिट सिलेंडर को बदलवा सकते हैं। इसके लिए पुरानी सिक्योरिटी मनी और नई सिक्योरिटी मनी के अंतर राशि ही देनी पड़ेगी।

कंप्लीट लुक और स्टाइल

स्मार्ट किचन को ध्यान में रखते हुए कंपोजिट सिलेंडर को बनाया गया है जो देखने में भी काफी सुंदर है। ऊपर का हिस्सा ब्लू तो नीचे के हिस्से को रेड रखा गया है। इसे स्मार्ट सिलेंडर भी कहा जाता है.

ऐसे ले सकते हैं कनेक्शन

कन्ज्यूमर्स चाहे तो अपने साधारण सिलेंडर से कंपोजिट सिलेंडर पर शिफ्ट कर सकते हैं। इसके लिए साधारण एलपीजी सिलेंडर को देना होगा और बदले में आपके नाम पर कंपोजिट सिलेंडर का कनेक्शन जारी हो जाएगा। कोई नया डॉक्युमेंट नहीं लगेगा.

लोहे के सिलेंडर से काफी हादसे हो रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए कंपोजिट सिलेंडर की शुरुआत की गयी है। इसमें आग नहीं लगेगी न ही ब्लास्ट होगा। खाना बनाते समय गृहणियां आसानी से उठाकर कहीं भी रख सकती हैं। न्यू ईयर में करीब 50 हजार से अधिक कन्ज्यूमर्स को इससे जोडऩे का टार्गेट रखा गया है.

स्वप्निल गर्ग, क्षेत्रिय अधिकारी, आईओसी

क्या बोलीं महिलाएं

ट्रांसपेरेंसी सिलेडर आ जाने से हाइस वाइफ को काफी राहत मिलेगी। क्योंकि लोहे के सिलेंडर से हमेशा भय बना रहता हैं। रात में खाना बनाने बाद अच्छी तरह से चेक करना पड़ता है कि कहीं से लिकेज तो नहीं हो रहा.

रीता गुप्ता, अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन की जिला अध्यक्ष

फाइबर सिलेंडर आ जाने से भारी-भरकम लोहे के सिलेंडर से मुक्ति मिलेगी। लोहे के सिलेंडर से हमेशा कहीं न कहीं इंसीडेंट सुनने को मिलता हैं। कंपोजिट सिलेंडर के आ जाने से राहत मिलेगी.

अनामिका, टीचर

डोमेस्टिक सिलेंडर लेते समय तौल कराने के साथ ही कहीं से गैस का लिकेज तो नहीं हो रहा है यह सब देखना पड़ता है। फाइबर के सिलेंडर में इन सबसे मुक्ति मिलेगी.

लवली देवी, हाउस वाइफ

कंपनियों ने अगर महिलाओं की सेफ्टी के लिए फाइबर सिलेंडर की शुरुआत की है तो यह काफी अच्छा है। कंपनियों को गैस का भी दाम कम करना चाहिए.

संगीता गुप्ता, हाउस वाइफ

कंपनियों ने कंपोजिट सिलेंडर की शुरुआत की है। नए साल में आसानी से इसका कनेक्शन मिल जाए इसके लिए जगह-जगह कैंप लगाए और लोगों को इसके प्रति अवेयर करें और प्रचार-प्रसार करें.

रंजीता, हाउस वाइफ

Posted By: Inextlive