बनारस में भूमाफियाओं पर फिर से पुलिस प्रशासन का डंडा चलेगा कुल 71 मुकदमे दर्ज


वाराणसी (ब्यूरो)कमिश्नरेट पुलिस के तमाम प्रयास के बावजूद थानों पर हर दिन 100 से अधिक पहुंच रही शिकायतों ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसमें 60 फीसद मामले जमीन विवाद के होते हैं। इसमें सरकारी और आम लोगों की जमीनें कब्जाने वाले भूमाफियाओं पर फिर से पुलिस प्रशासन का डंडा चलेगा। जमीन कब्जा करने में कई लोगों के नाम लगातार सामने आ रहे हैं। इसमें अधिकतर सफेदपोश, संत और जरायम से जुड़े लोगों के नाम शामिल हैं। इसी आधार पर कमिश्नरेट पुलिस ने एक सूची तैयार की है, जिसमें अब तक 43, जबकि जोन में कुल 66 भूमाफियाओं को चिन्हित किया गया है। 43 भूमाफियाओं के खिलाफ कुल 71 मुकदमे दर्ज हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के फरमान के बाद संंबंधित थानों में भूमाफिया पर दर्ज मुकदमों की सूची तैयार की जा रही है.

गैंगस्टर की होगी कार्रवाई

बनारस में जमीन जानलेवा बन गई है। पूर्व में अभिषेक सिंह प्रिंस, गोरख यादव, बलवंत सिंह, अनिल सिंह, नितेश सिंह समेत तमाम ऐसे नाम हैं, जिनकी मौत की वजह के पीछे कहीं न कहीं जमीन थी। पिछले दो साल के रिकार्ड की बात करें तो 140 से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं, जिसमें 80 फीसद हत्या की मुख्य वजह जमीन ही पाई गई थी। इसी को देखते हुए पुलिस ने भूमाफिया पर शिकंजा की तैयारी की है। 43 भूमाफिया पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। एंटी भूमाफिया सेल की ओर से चिन्हित भूमाफिया की संपत्ति की जांच राजस्व विभाग से कराई जाएगी। इसमें अपराध के जरिए अर्जित संपत्तियों पर बुलडोजर चलेगा, जब्तीकरण की कार्रवाई भी होगी.

आजमगढ़ में एक भी नहीं

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट और वाराणसी जोन के अन्य जनपदों में भूमाफियाओं की संख्या देखें तो सर्वाधित बनारस में ही हैं। वाराणसी में इनकी संख्या 43 है। जौनपुर में 36, आजमगढ़ में एक भी नही हैं। गाजीपुर में 03, चंदौली-2, मऊ-4, बलिया-2, मिर्जापुर- 8, सोनभद्र-14 व भदोही में एक भूमाफिया चिन्हित हुए हैं.

सोने के भाव बिक रही जमीन

बनारस का तेजी से विस्तार, तमाम बड़ी कंपनियों के नए-नए प्रोजेक्ट, पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के कारण केंद्र और प्रदेश सरकार की तमाम बड़ी योजनाओं पर काम चल रहा है। सांस्कृतिक और धार्मिक राजधानी, रेल कारखाना, छह यूनिवर्सिटी और कैंसर हास्पिटल के कारण मेडिकल हब होने के कारण वाराणसी में जमीन की कीमत आसमान छू रही है। आसपास के जिलों और प्रदेश के लोगों में यहां आकर बसने की होड़ मची है। इसके चलते प्लाटिंग और कालोनियों की संख्या बढ़ रही है.

कमाई पर माफिया की नजर

जमीन की कीमत में तेजी से आने से अपराध जगत से जुड़े लोगों की सक्रियता ज्यादा बढ़ रही है। 10 साल से पहले की बात करें तो तमाम जाने-माने बिल्डरों द्वारा वाराणसी में कालोनियां बसाई जा रही थी। प्रोफेशनल होने के कारण बिल्डरों में कोई विवाद नहीं होता था। अकूत कमाई की जानकारी होते ही सफेदपोश, संत व अपराध जगत से जुड़े लोगों ने प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया। प्लाटिंग और कालोनियां भी बसाने लगे। इसके चलते तमाम नामी बिल्डरों ने काम समेटा शुरू कर दिया.

149 माफिया पर एक्शन

वाराणसी जोन में भूमाफियाओं पर केस दर्ज कर अब तक एक अरब से अधिक की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। नौ जिलों में एक अरब 99 लाख 18 हजार 980 रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। गैंगस्टर के 46 मामलों में 149 माफियाओं की कुल 40 करोड़ से अधिक संपत्ति जब्त की गई है। काशी जोन में 19 करोड़ 28 लाख 30 हजार, वरुणा जोन में 2 करोड़ 33 लाख 9 हजार रुपये की जब्तीकरण हुई है.

वाराणसी में चिन्हित भूमाफियाओं को पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है। बहुत जल्द ही इसके खिलाफ व्यापक अभियान भी चलाया जाएगा। भूमि विवाद से जुड़े मामलों की जांच-पड़ताल के बाद तत्काल एक्शन लिया जा रहा है.

मुथा अशोक जैन, सीपी

Posted By: Inextlive