Varanasi: जेल से ऑपरेट हो रहे क्रिमिनल्स के नेक्सस को तोडऩे में जुटी पुलिस की जेलों में छापेमारी लगातार जारी है. डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या का ताना बाना जेल से ही बुना गया था. इसके अलावा जेल के अंदर से ही कई कारोबारियों से रंगदारी की रकम की मांग होने के बाद रंगदारी न मिलने पर कई हत्याएं भी हो चुकी है. इन्ही इसे देखते हुए पुलिस अब जेल में आने वाले मुलाकातियों पर नकेल कसने में जुट गई है. पिछले दो दिनों तक लगातार जिला जेल में मुलाकातियों पर नकेल कसने के बाद पुलिस ने रविवार को फिर से जिला जेल में मुलाकातियों की जांच की. इस दौरान जांच में पुलिस ने पंाच और संदिग्धों को हिरासत में लिया है. पुलिस तीन दिन में अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है.


नेक्सस तोडऩा है मकसद
जेलों से चल रहे क्रिमिनल नेक्सस को एडीजी गोपाल लाल मीणा चूक मानते हैं। इसी सिलसिले में एडीजी ने जेलों में निरुद्ध कुख्यातों से मिलने आने वाले मुलाकातियों पर पैनी नजर रखने व उनकी कड़ाई से जांच किए जाने का निर्देश दिया हैं। रविवार को मुलाकातियों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक होती है। इसी को देखते हुए जिला जेल में रविवार को तीसरे दिन भी पुलिस की छापेमारी से अफरा-तफरी मची रही। जांच में पांच संदिग्ध लोग पकड़े गए जो बंदियों से मिलने यहां आए थे। उनसे पूछताछ की जा रही है। एडीजी ने बताया कि इनामी रमेश काका के समर्पण के बाद मऊ के एएसपी को निर्देशित किया गया है कि वे स्वयं पुलिस फोर्स के साथ जेल की जांच करें। सिर्फ पुलिसकर्मियों के दम पर जांच की कार्रवाई पूरी न करें। इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि मुलाकाती किस अपराधी से मिल रहे हैं। उसकी श्रेणी किस प्रकार की है।

Posted By: Inextlive