वाटर कूलर बिना वाटर प्यूरिफायर के कर रहे काम अधिकतर वाटर कूलर बंद स्टेशन परिसर में फैला है टेलीकाम और इलेक्ट्रिक वायरों का मकडज़ाल प्लेटफार्म नम्बर 567 के वाटर कूलर हो गए हैं गायब

वाराणसी (ब्यूरो)कैंट रेलवे स्टेशन पर लगे सभी आरओ प्लांट बंद हो गए हैं। यहां लगे वाटर कूलर भी बिना वाटर प्यूरीफायर के चल रहे हैं और उनमें से भी अधिकतर बंद हो गए हैं। इधर, मार्च में पड़ रही भीषण गर्मी से पैसेंजर्स बेहाल हैं और उनकी प्यास बुझाने वाले सभी संसाधन दम तोड़ चुके हैं। स्टेशन के प्लेटफाम्र्स पर नार्मल नलों से पानी तो निकल रहा है, लेकिन व गर्म होने के साथ प्रदूषित भी हो सकता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शनिवार को रियलिटी चेक किया तो स्थिति भयावह नजर आई.

सस्ते रेट पर पानी

सस्ते दरों पर पानी मुहैया कराने के उदेश्य से आरओ वाटर प्लांट रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर लगाए गए थे। लेकिन इस समय ये वाटर प्लांट स्टेशन परिसर में सिर्फ म्यूजियम के प्रोडक्ट बन कर रहे गये हैं। जिसे यात्री देख कर ललचा तो सकते हैं, इनका लाभ नहीं ले सकते। यही हाल वाटर कूलर्स का भी है। ये वाटर कूलर बिना प्यूरिफायर के चल रहे हैं।

गायब हैं वाटर कूलर

स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच, छह, सात से वाटर कूलर गायब हो गए हैं। केंद्र सरकार की योजना के तहत पूरे देश के सभी रेलवे स्टेशन पर आरओ प्लांट लगाये गये थे। यहां यात्रियों को एक लीटर पानी सिर्फ 5 रुपये में उपलब्ध कराया जाता था। इस समय सभी बंद पड़े हैं। इनके इर्दगिर्द कुत्तों ने आशियाना बना लिया है।

तारों का जाल

कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 5 और 6 के बीच टेलीकाम और इलेक्ट्रिक वायरों का मकडज़ाल लटका हुआ है। इन वायरो से किसी भी समय कोई अनहोनी हो सकती है। लेकिन एडमिनिस्ट्रेशन पूरी तरीके से मौन है।

हमें समस्याओं की जानकारी है। हम लगातार वाटर कूलर को टेक्निकल टीम की मदद से ठीक कराने का प्रयास करते हैं। आरो प्लांट की बात करें तो उनको स्टेशन परिसर से हटाने की बात चल रही है। हमारी तरफ से जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र लिखा जा चुका है.

आनन्द मोहन, स्टेशन डायरेक्टर, कैंट रेलवे स्टेशन वाराणसी

Posted By: Inextlive