Varanasi: डिग्री फर्जीवाड़े में संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के कर्मचारी ही नहीं बल्कि कुछ बाहरी युवक भी आरोपी हंै. इन पर एक ओर सीबीसीआईडी का शिकंजा कसता जा रहा है तो वहीं फरार चल रहे जालसाज की तलाश में अब स्पेशल टास्क फोर्स भी जुट गई है. सोर्सेस के अनुसार एसटीएफ को फर्जीवाड़े के मुख्य सूत्रधार की तलाश है. इसके तहत एसटीएफ की टीम शुक्रवार को यूनिवर्सिटी भी पहुंची. यूनिवर्सिटी बंद होने के कारण टीम के मेंबर वीसी से मिलने बाद लौट गए. बताया जाता है कि एसटीएफ को एक पूर्व छात्रनेता की तलाश है. बहरहाल इस मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी.

लटक  रही तलवार फर्जीवाड़े में सीबीसीआईडी की विभिन्न जोन ने अब तक संस्कृत यूनिवर्सिटी के छह कर्मचारियों को आरोपी बनाया है। इसमें दो कर्मचारी पहले से ही सस्पेंड चल रहे हैं जबकि एक सस्पेंड कर्मचारी रिटायर भी हो चुका है। दूसरी ओर इसकी जद में अब चार और कर्मचारी आ गए हैं। चारों कर्मचारियों पर निलंबन की तलवार लटक रही है। 18 जनवरी को रजिस्ट्रार के छुट्टी से लौटने के बाद इन कर्मचारियों के निलंबन का आदेश जारी होना तय बताया जा रहा है। सोर्सेज के अनुसार फर्जीवाड़े के आरोपी कर्मचारियों के निलंबन का ऑर्डर भी बन कर तैयार है. 

फंदे में कई कर्मचारी 

एक्सपट्र्स ने यूनिवर्सिटी के मार्कशीट व सर्टिफिकेट के फर्जीवाड़े से जुड़े केस में सीबीसीआईडी के कदम को शुरुआत भर माना है। उनका मानना है कि फर्जीवाड़े की जद में अभी कई और कर्मचारी हो सकते हैं। फिलहाल सीबीसीआईडी अब तक छह कर्मचारियों के नामों का खुलासा कर चुकी है। इसके अलावा तीन लोग यूनिवर्सिटी से बाहर के लोग हैं।


Posted By: Inextlive