Varanasi: वैसे मैंने कि तो लव मैरिज थी लेकिन वो मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी बेवकूफी थी. ये कहना है फेमस टीवी एक्ट्रेस और छोटे पर्दे के सहारे लोगों के दिलों पर राज करने वाली श्वेता तिवारी का. श्वेता फ्राइडे को सिटी में थीं. एक ज्वेलरी शॉप में ब्रांडेड डायमंड ज्वेलरी के इनॉगरेशन के लिए आई श्वेता ने आई नेक्स्ट से बहुत सी बातें कीं...


क्या आपने राजा चौधरी से लव मैरिज की थी?हां, वो लव मैरिज ही थी और घर वालों के विरोध के बाद भी मैंने ये फैसला लिया। मुझे याद है कि महज तीन महीनों के दौरान ही मैंने सारे फैसले कर लिये थे जो बेवकूफी भरे थे और इसी जल्दीबाजी के चलते ये सब हुआ।क्या भोजपुरी फिल्मों में काम करेंगी अब?भोजपुरी फिल्मों से भले ही मैंने कॅरियर की शुरुआत की हो लेकिन अब भोजपुरी फिल्मों में काम करने का कोई मतलब नहीं है। क्योंकि अब भोजपुरी फिल्मों के पास न बजट होता है और न हेरोइंस के लिए कायदे की स्टोरी। फिर भी अगर कोई अच्छा डायरेक्टर कोई अच्छी स्टोरी लेकर मेरे पास आता है तो मैं भोजपुरी फिल्म में काम करने के बारे में सोचूंगी।क्या बिग बॉस से आपको कोई फायदा मिला है?


नहीं मुझे तो नहीं लगता कि मुझे बिग बॉस से कोई फायदा मिला है क्योंकि बिग बॉस में जाने से पहले ही मैंने वो मुकाम पा लिया था जिसके बारे में लोग सोचते हैं। हां, बिग बॉस में जाने के बाद मेरे बारे में लोगों की सोच बदली और लोग पहले मुझे श्वेता तिवारी के नाम से जानते थे, अब श्वेता बेटे के नाम से जानते हैं।

क्या कोई नये सीरियल में वर्क कर रही हैं?देखिये सीरियल में काम करना आसान नहीं है। सीरियल दिन के 16 घंटे और महीने के 30 दिन चलते हैं और उसमें काम करते हुए आर्टिस्ट्स थक जाते हैं। इसलिए अभी नये सीरियल में काम करने का मौका नहीं है क्योंकि इस वक्त आलरेडी मेरे पास सोनी टीवी पर परवरिश और कॉमेडी सर्कस जैसे दो बड़े काम हैं। हां, मेरा एक रिएलिटी शो पाइप लाइन में है और जल्द ही आने वाला है।आज लेडीज अनसेफ हैं, कुछ कहना चाहेंगी?हां, जरूर कहना चाहूंगी। ये काम सरकार का है कि लेडीज को सिक्योरिटी दे, क्योंकि आज का समय बदल रहा है। इसके बावजूद गैंग रेप जैसी वारदातों का होना ये मैसेज दे रहा है कि लोगों की महिलाओं के प्रति अब भी मानसिकता नहीं बदली है। इसे बदलना होगा। सिर्फ कैंडल जलाने से कुछ नहीं होने वाला। अगर इतना ही कैंडल जलाने का शौक है तो ऐसे लोगों के घरों को कैंडल से फूंक दें जो महिलाओं के साथ बुरा बर्ताव करते हैं।तो क्या कहना चाहेंगी यूथ को?

देखिये यूथ ही इस वक्त देश की तकदीर को बदल सकता है, जो कभी नहीं हुआ वो करने की पावर यूथ में है। इसलिए यूथ को आगे आना होगा और खास तौर पर लेडीज के साथ बढ़ रहे क्राइम को रोकने के लिए। उनको सम्मान दिलाने के लिए यूथ को ही अपने लेवल पर वर्क करना होगा। इसकी शुरुआत भी फैमली से ही करनी होगी। घर में पेरेंट्स को बेटी और बेटे में फर्क बंद कर उनको एक सामान रूप में देखना होगा।बच्चों की परवरिश के लिए कोई टिप्स?हां, बिल्कुल मैं अपने सीरियल 'परवरिशÓ के जरिये यही तो मैसेज देना चाह रही हूं। मेरा मानना है कि आज के बच्चे अपने मन से काम करना चाहते हैं लेकिन पेरेंट्स उनको इसलिये मारने पीटने से बचते हैं कि कहीं वो बिगड़ न जाएं। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। जहां बच्चा गलत हो उसे रोकिये, थप्पड़ भी जडिय़े लेकिन अपनी मर्जी को बच्चों पर थोपिये मत। क्योंकि यही बच्चों को बिगाड़ता है।Report by: gopal.mishra@inext.co.in

Posted By: Inextlive