सोशल मीडिया पर मस्जिद के तहखाने का सच

वाराणसी (ब्यूरो)सोशल मीडिया पर ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। पिछले एक सप्ताह से ज्ञानवापी से जुड़ी चीजें और बातें खूब शेयर की जारी है। गुरुवार को मुस्लिम पक्ष की अपील को खारिज करते हुए कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। साथ ही तहखाने की वीडियोग्राफी कराने का आदेश दिया। तहखाने का सच क्या है, यह अभी सामने आना बाकी है, लेकिन कई लोग खुद को इतिहासकार मानते हुए तहखाने का सच सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। कोई तहखाने में शिवलिंग तो कोई मंदिरों की श्रृंखला तो कोई हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तिओं का दावा कर रहा है।

पांच माह बाद फिर सुर्खियों में काशी

सोशल मीडिया पर लंबे समय से काशी यानी बनारस सुर्खियों में है। पांच माह पहले 13 दिसंबर 2021 को पीएम नरेंद्र मोदी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम को लोकार्पण किया तो इसकी फोटो सोशल मीडिया पर छायी थी। पीएम मोदी की तारीफों की लंबी सूची थी। ज्ञानवापी में श्रृंगार गौरी के दर्शन की अनुमति वाली याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दिया। इसके बाद पूरे देश में ज्ञानवापी का प्रकरण को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं.

कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार सुबह आठ बजे से ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे फिर से शुरू होगा। इसे लेकर डीएम कौशलराज शर्मा ने चेतगंज एसीपी आफिस में मुस्लिम पक्ष के लोगों के साथ बैठक की। बैठक की जानकारी भी तुरंत सोशल मीडिया पर शेयर होने लगी। इसके चलते ज्ञानवापी मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए गेट नंबर-चार पर भीड़ उमड़ पड़ी। आम दिनों की अपेक्षा भीड़ काफी ज्यादा थी.

सोशल मीडिया के कमेंट

ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने की वीडियोग्राफी होने से सच सामने आएगा। लंबे सयम से एक रहस्य दबा है। पूरी दुनिया जानती है कि असली शिवलिंग तो मस्जिद के अंदर ही है।

- राकेश रंजन

कोर्ट का निर्णय सर्वोपरि है। ज्ञानवापी का सर्वे होना चाहिए। अयोध्या के बाद काशी का विवाद भी खत्म होना चाहिए। तहखाना में हिन्दू देवी-देवाओं की मूर्तियां है, जो खुदाई के बाद सामने आ जाएंगी।

-मनोज रस्तोगी

ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने की खुदाई जरूरी है। ताकि सच सामने आ सके। खुदाई में बौद्ध धर्म से जुड़े अवशेष मिल सकते हैं। क्योंकि बनारस भगवान बुद्ध की धरती भी रही है।

-कृष्ण मौर्यवंशी

मस्जिद के अंदर का सच पूरी दुनिया के सामने आना चाहिए। काशी में भगवान शंकर के अलावा कुछ नहीं है। तहखाने में शिव मंदिर ही मिलेगा। या देवी-देवताओं की मूर्तियां ही मिलेंगी।

-सुनील कुमार

Posted By: Inextlive