प्राइवेट में धक्का-मुक्की, घाटे में बंद हो गई रोडवेज बस
2018
के सितंबर माह में शुरू की गई थी सारनाथ टू गया बस सेवा 02 शिफ्ट में चलाई जा रही थी गया जाने वाली रोडवेज बस 06 बजे सुबह पहली बस व दूसरी शाम साढ़े चार बजे होती थी रवाना 350 रुपए किराया निर्धारित था कैंट बस स्टैंड से गया के लिए 400 रुपए किराया निर्धारित था सारनाथ से गया के लिए ----- सारनाथ टू गया रोडवेज बस सेवा बंद, घाटे को देखते हुए की गई बंद कैंट सहित सामनेघाट से सैकड़ों प्राइवेट बसें पर डे भेजी जा रही बिहारबिहार के लिए शुरू हुई रोडवेज बस सेवा इन दिनों बंद चल रही है। सारनाथ टू गया बस सेवा को यात्रियों के अभाव को देखते हुए बंद कर दिया गया। जबकि इसी पर चल रही प्राइवेट बसों में यात्रियों की भरमार है। साल भर पूर्व रोडवेज की दो आडिनरी बसें सारनाथ टू गया के बीच शुरू की गई थीं। कुछ माह तक बस ठीक ठाक चली लेकिन कुछ महीने बाद ही रोडवेज ने घाटे को देखते हुए सेवा पर ब्रेक लगा दिया। बिहार बस सेवा अब बंद है। वहीं सामनेघाट से सैकड़ो प्राइवेट वाहन बिहार के लिए संचालित हो रहे हैं।
सितंबर में हुई थी शुरूसारनाथ से गया के बीच सितंबर 2018 में रोडवेज ने बस सेवा शुरू की थी। ये बस पर डे दो शिफ्ट में चल रही थी। पहली बस सुबह 6 बजे व दूसरी शाम साढ़े चार बजे गया के लिए खुलती थी। ये सारनाथ से कैंट, मोहनसराय, चंदौली होते हुए औरंगाबाद और गया छह घंटे में पहुंचा रही थी। बस में वाईफाई, सीसीटीवी कैमरा, टीवी की सुविधा उपलब्ध थी। प्रति यात्री वाराणसी कैंट से गया के लिए 350 रुपए और सारनाथ से गया के लिए चार सौ रुपये का किराया निर्धारित किया गया था।
प्राइवेट बसों में खूब यात्री यह समझ से परे रहा कि रोडवेज ने घाटे को देखते हुए बस सेवा पर विराम लगा दिया। हालांकि प्राइवेट बसों की अधिकता इस रूट पर बढ़ती ही जा रही है। टै्रवलर सहित अन्य बसों की संख्या कैंट इलाके और सामनेघाट इलाके में सबसे अधिक है। परमिट और कुछ अन्य कारणों को देखते हुए गया-बिहार सेवा बंद हो गई है। एक बार फिर इसे शुरू करने पर मंथन चल रहा है। केके शर्मा, आरएम, कैंट बस स्टैंड