मिर्जामुराद के मेंहदीगंज गांव निवासी शिवनारायण पटेल का ङ्क्षरगरोड अंडरपास के कार्नर पर मकान व खेत है. प्रात: साढ़े पांच बजे जब शिवनारायण खेत की ओर गए तो आम के पेड़ के निकट गड्ढे में तौलिया में लिपटे मासूम को देखकर सन्न रह गए.

वाराणसी (ब्यूरो)मिर्जामुराद मीरजापुर जिले के कछवां थानांतर्गत बंधवा गांव स्थित ननिहाल से सोते समय रहस्यमयढंग से गायब हुआ छह माह का मासूम बच्चा शिवम शुक्रवार को प्रात: मिर्जामुराद थानांतर्गत मेंहदीगंज गांव स्थित ङ्क्षरगरोड के किनारे लावारिस हालत में पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस बच्चे को अपने साथ ले गई। पिता की तहरीर पर पुलिस अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज की थी.

मिर्जामुराद के मेंहदीगंज गांव निवासी शिवनारायण पटेल का ङ्क्षरगरोड अंडरपास के कार्नर पर मकान व खेत है। प्रात: साढ़े पांच बजे जब शिवनारायण खेत की ओर गए तो आम के पेड़ के निकट गड्ढे में तौलिया में लिपटे मासूम को देखकर सन्न रह गए। ग्रामीणों की भीड़ जुटने पर चाय विक्रेता पप्पू राजभर उसे अपने घर ले गया। पप्पू को कोई औलाद न होने के कारण उसकी पत्नी बच्चे को गोद में लेकर पुचकारने लगी। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शकील अहमद मौके पर पहुंच कछवां पुलिस से संपर्क किए। तब मालूम हुआ की यह बच्चा मीरजापुर के बंधवा (कछवां) गांव से गायब हो गया था।

मालूम हो कि मीरजापुर जिले के चुनार थानांतर्गत खानपुर गांव निवासी संदीप कुमार गोंड ऊंचाहार-रायबरेली स्थित एनटीपीसी में इलेक्ट्रिशियन के पद पर कार्यरत हैं। संदीप की शादी बंधवा (कछवां) में सुक्खू गोंड की पुत्री पूजा संग हुई है। पत्नी पूजा अपने दो पुत्रों शिवांश (डेढ़ वर्ष) व शिवम (छह माह) को लेकर 23 अप्रैल (मंगलवार) को मायके आयी थी। बुधवार की रात सोते समय घर के अंदर से रहस्यमय ढंग से शिवम गायब हो गया था। चोर छत के रास्ते अंदर घुसे थे। बच्चे के गायब होने से स्वजन परेशान थे। तभी मेंहदीगंज गांव में बच्चे के मिलने की सूचना पर मां संग नाना, पिता, चाचा मौके पर पहुंचे थे.

मासूम से आखिर क्या थी दुश्मनी

मासूम बच्चे के लावारिस हालत में पड़े मिलने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। ग्रामीण तरह-तरह के कयास लगा रहे थे कि इसी बीच इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पता चला कि यह बच्चा मीरजापुर जिले के कछवां थानांतर्गत बंधवा गांव से गायब हुआ था। बच्चा चोरी व अपहरण के पीछे आखिर क्या राज है। मासूम से आखिर किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है। बच्चा मिलने के बाद इस तरह के कई सवाल अभी अबूझ पहेली बनी है। स्वजन भी घटना के पीछे का राज समझ नहीं पा रहे हैं.

बेटे को देखते ही फफक पड़ी मां

मेंहदीगंज गांव में पहुंची मासूम की मां पूजा अपने कलेजे के टुकड़े को हंसते-खेलते देखते ही उसे सीने से लगा फफक कर रोने लगी। मां की आंखों से निकल रहे ममता की आंसू को देख भीड़ में खड़े ग्रामीणों की आंखें भी नम हो गईं। मां ने बच्चे को गोद में लेकर बाटल से दूध पिलाया.

27 घंटे तक कहां रहा मासूम शिवम

चोरी या अपहरण की नियत से उठाया गया मासूम शिवम आखिर 27 घंटे तक कहां और किन परिस्थितियों में रहा होगा। घर से करीब 12 किमी दूर ङ्क्षरगरोड किनारे आखिर कौन उसे लाकर छोड़ा। आशंका जताई जा रही है कि पुलिस में रिपोर्ट दर्ज होने पर भयवश उसे लावारिस छोड़ दिया गया होगा।

Posted By: Inextlive