Varanasi: वल्र्ड वाटर डे के अवसर पर शहर में विभिन्न सरकारी और गैरसरकारी संगठनों की ओर से कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कहीं सेमिनार में जल की महत्ता और घटते श्रोतों पर चर्चा हुई तो मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जल के एक एक बूंद बचाने के प्रति जागरुक किया गया. संकट मोचन फाउंडेशन की ओर से अस्सी से आदि केशव घाट तक मानव श्रृंखला बनायी गयी. इसके पूर्व फांउडेशन के पूर्व अध्यक्ष प्रो वीरभद्र मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. वल्र्ड वाटर डे के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक अजय राय व दीपक मधोक व डॉ एसएन उपाध्याय ने प्रो वीरभद्र मिश्र के चित्र पर माल्यापर्ण कर किया. मानव श्रंृखला में बड़ी संख्या में स्कूलों के बच्चे और नागरिक शामिल हुए.


जल ही जीवन है बीएचयू के एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट में भी एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बीएचयू के रजिस्ट्रार प्रो जीएस यादव ने किया। उन्होंने कहा कि जल का दोहन जनसंख्या के दबाव व कृषि सम्बन्धी जरूरतों के कारण अधिकाधिक हो रहा है। हमें जल के अनावश्यक दोहन को कम करने और वाटर मैनेजमेंट के प्रति लोगों को जागरुक करना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर प्रो रवि प्रताप सिंह ने किया। इसी क्रम में काशी विद्यापीठ में स्काउट एण्ड गाइड कार्यक्रम में बीएड स्टूडेंट्स को जल संरक्षण करने की शपथ दिलायी। उन्होंने कहा कि यदि हम आज जल के संरक्षण नहीं करेंगे तो आने वाली पीढि़ को जल के भयानक संकट का सामाना करना पड़ेगा। इस अवसर पर स्टूडेंट्स ने जल संरक्षण पर आधारित लघु नाटिका का मंचन भी किया। निकाली बाइक यात्रा
वल्र्ड वाटर डे के अवसर पर अस्सी घाट से तेंदुई गांव तक नदी बचाओ संस्कृति बचाओ बाइक यात्रा निकाली गयी। यात्रा का नेतृत्व हेमंत यादव ने किया। पार्टिसिपेट्री एक्शन फार कम्यूनिटी इंपारवमेंट के बैनर तले चोलापुर के तिवारीपुर में एक जागरुकता रैली निकाली गई।

Posted By: Inextlive