22,315 लोग राजधानी की सड़कों पर गवां चुके हैं जान
केस:-
13 अक्टूबर को बेकाबू प्राइवेट बस ने आईएमए एमपी गेट के सामने बाइक सवार युवक को कुचल दिया था। दुर्घटना में युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। केस:- 25 अगस्त को प्रेमनगर में तेज रफ्तार कार ने पॉलिटेक्निक के छात्र अंकित मौर्य को कुचल दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके अलावा बेकाबू कार ने राह चलते एक दर्जन लोगों को घायल कर दिया था। केस:- 28 अगस्त को तेज रफ्तार कार राजपुर रोड पर डिवाइडर से टकराने के बाद खंबे से जा भिड़ी। दुर्घटना में कार सवार दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। - राजधानी में सेफ नहीं ड्राइविंग - आए दिन हो रहे सड़क हादसे - स्टेट में सबसे संवेदनशील दून dehradun@inext.co.inDEHRADUN : ये तो महज कुछ उदाहरण हैं कि कैसे सिटी में सड़क हादसे जिंदगी लील रहे हैं। कभी बच्चों को टायरों के नीचे कुचला जा रहा है तो कभी वाहन आपस में ही भिड़ रहे हैं। क्08 के आंकड़ों पर नजर डालें तो राजधानी में सड़क हादसों में दून अव्वल है, बावजूद इसके जिम्मेदार लोग इस तरफ आंखें मूंदे बैठे हुए हैं। शायद उन्हें लोगों की जिंदगी की कोई परवाह नहीं है।
बढ़ रहा सड़क हादसों का ग्राफ दरअसल, वर्ष ख्000 में राज्य गठन के बाद दून को अस्थाई राजधानी का दर्जा मिला। इसी के साथ शुरू हुआ दून का विकास। लहलहाते खेत क्रंक्रीट के जंगलों में तब्दील हो गए। सड़कों पर वाहनों का दबाव भी दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। परिवहन विभाग की माने तो जिले में प्रति वर्ष भ्0 हजार वाहन सड़क पर उतर रहे हैं। लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक लोड को संभालने के लिए ट्रैफिक पुलिस तैनात की गई है, बावजूद सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हादसों में राजधानी दून अव्वल आंकड़ों पर नजर डालें तो जून ख्008 से जुलाई ख्0क्ब् तक पूरे राज्य में 80,क्0ख् सड़क हादसे हुए हैं। जिसमें ख्ख्,फ्क्भ् सड़क हादसों के साथ देहरादून पहले स्थान पर है। क्म्,ख्99 सड़क हादसों के साथ ऊधमसिंह नगर दूसरे व क्ब्,79ख् सड़क हादसों के साथ हरिद्वार तीसरे स्थान पर है। 7म्9 सड़क हादसों के साथ बागेश्वर आखिरी स्थान पर है। ------------ आंकड़ों की जुबानी जिला सड़क दुर्घटनादेहरादून ख्ख्,फ्क्भ्
ऊधमसिंह नगर क्म्,ख्99 हरिद्वार क्ब्,79ख् नैनीताल क्0,0फ्म् पौड़ी फ्,ब्भ्0 टिहरी फ्,ख्फ्0 उत्तरकाशी क्,0ख्म् चमोली क्,77ख् रुद्रप्रयाग 9ब्म्अल्मोड़ा ख्,ख्भ्0
पिथौरागढ़ क्,म्फ्म् चंपावत क्,ख्7फ् बागेश्वर 7म्9 नोट::: यह आंकड़े क्08 के मुताबिक ख्008 से जुलाई ख्0क्ब् तक के हैं।