अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस का ऑपरेशन प्रहार पिछले कई तीन सालों काल बना. इस अभियान के तहत अपराधियों पर न केवल सख्त कार्रवाई की गई बल्कि पूरी तरह शिकंजा भी कसा गया. पुलिस के आंकड़े इस बात की गवाही देने के लिए काफी हैं कि बीते वर्षों में ऑपरेशन प्रहार अभियान में 2784 केस दर्ज किए गए. ऐसे ही 4505 आरोपियों पर कार्रवाई की गई. बदले में 2396 आरोपियों को गिरफ्तार कर 35 क्रिमिनल्स पर गैंगस्टर एक्ट लगाकर उनकी 186.15 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त किया गया.

देहरादून (ब्यूरो) : पिछले तीन सालों से भू-माफिया व भूमि-भवन के मामलों में धोखाधड़ी करने वाले 1,596 पर भी पुलिस ने कार्रवाई की। इन धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस ने 107 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की। ऐसा ही सीरियस क्राइम जैसे रंगदारी, उद्यापन व पेशेवर क्रिमिनल्स द्वारा हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, लूट, फिरौती, किडनैपिंग, अज्ञात व्यक्ति द्वारा बलात्कार जैसे मामलों में भी पुलिस ने 770 मुकदमा दर्ज किए और 1,587 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की। इन अपराधों मेें शामिल पाए जाने वाले 1,387 आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया। उसके बाद 78 पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया।

नकल माफिया भी रहे पुलिस के निशाने पर
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार नकल माफिया, फर्जी डिग्री, शैक्षणिक प्रमाण पत्र के साथ ही नौकरी लगाने के नाम पर फ्रॉड करने वालों के खिलाफ 371 अभियोग पंजीकृत किए गए। वहीं, 693 आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। जिनमें से 334 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 63 पर गैंगस्टर एक्ट के तहत शिकंजा कसा गया।

किट्टीह, चिटफंड व फर्जी लोन भी कम नहीं हुए
किट्टी, चिटफंड, पोंजी, फर्जी लोन, सरकारी सेवक नाम पर धोखाधड़ी व विदेश भेजने के नाम पर पुलिस ने कई मामलों का पर्दाफाश किया। इन मामलों में ठगी करने वालों के खिलाफ 356 केस दर्ज किए गए। जबकि, 536 अभियुक्तों पर कार्यवाही की गयी। इसके अलावा इन मामलों में 250 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 24 के खिलाफ गैंगस्टर में कार्रवाई सुनिश्चित की गई।

कुछ मामलों पर एक नजर
-सरकारी सेवक के द्वारा गबन के मामले में 41 केस दर्ज।
-47 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई।
-39 आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
-खाद्य, पेय व मेडिसीनल में मिलावट पर 16 केस दर्ज।
-46 आरोपियों पर की गई कार्रवाई।
- 33 आरोपियों को भेजा गया जेल।


डीजीपी की रही पैनी नजर, 31 दिन में 337 केस दर्ज
ऑपरेशन प्रहार को सफल बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक की लगातार नजर बनी रही। मुख्यालय से लेकर तमाम जिलों में वे लगातार फॉलोअप लेते रहे। यही वजह रही कि इस वर्ष 1 अगस्त से 31 अक्टूबर तक चलाए गए ऑपरेशन प्रहार के स्पेशल अभियान के तहत सबसे ज्यादा 337 केस दर्ज किए गए। जबकि, 692 आरोपियों पर शिकंजा कसा गया।
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Posted By: Inextlive