आईपीएल में सट्टेबाजी के खेल का नेटवर्क दून से लेकर ऋषिकेश विकासनगर सेलाकुई व प्रेमनगर तक फैला हुआ है। पुलिस के आंकड़े इस बात की गवाही देने के लिए काफी हैं कि इस वर्ष अब तक 37 ऐसे केस सामने आ चुके हैं। जिनमें अधिकतर आईपीएल से संबंधित सट्टेबाजी के मामले शामिल हैं। इनमें से 82 लोगों को अरेस्ट करने के साथ लाखों रुपए की बरामदगी भी हो चुकी है। इसी क्रम में मंडे को ऋषिकेश श्यामपुर में सट्टेबाजी का पर्दाफाश हुआ। जिनसे पुलिस ने 27 हजार से ज्यादा की रकम बरामद की। पुलिस को शक है कि इस बार भी आईपीएल में ऑनलाइन सट्टेबाजी का खेल चल रहा है। जिसके लिए पुलिस ने मुखबिर के अलावा अपनी स्पेशल टीमों को अलर्ट कर दिया है।


देहरादून (ब्यूरो)। एसओजी देहात व ऋषिकेश के ज्वाइंट ऑपरेशन में स्पेशल अभियान चलाया गया। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि भल्ला फार्म संख्या 8 में चौहान प्रोविजनल स्टोर का ओनर लंबे समय से लगातार आईपीएल मैचों में मोबाइल के जरिए ऑनलाइन सट्टा चला रहा है। इसके बाद पुलिस ने अपना नेटवर्क बिछाया और दुकान पर ही दबोच लिया। सट्टेबाजी का आरोपी सुनील चौहान पुत्र स्व। शिवपाल सिंह निवासी श्यामपुर ऋषिकेश निवासी है। जिससे 27,500 की नकदी के साथ दो मोबाइल फोन भी बरामद किए। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह उसकी परचून की दुकान है। कोविड कर्फ्यू के बाद कमाई कम हुई। उसके बाद किसी ने आईपीएल में सट्टेबाजी का सुझाव दिया। फिर उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आरोपी ने बताया कि सट्टेबाजी से उसकी काफी कमाई भी हो रही है। उसने मोबाइल पर क्रिकेट लाइन गुरू नामक एप डाउनलोड किया था, जिसके जरिए वह ऑनलाइन सटृटा लगाता है।

पंजाब बनाम हैदराबाद मैच पर सट्टा
आरोपी ने बताया कि उसने इस बार आईपीएल मैच पंजाब किंग्स इलेवन बनाम सनराइजेज हैदराबाद के मैच पर सट्टा लगाया था। पुलिस की सुगबुगाहट लगने पर उसने अपने फोन से सिम निकालकर तोड़कर नाली में फेंक दिया। इसके अतिरिक्त उस नंबर से चलने वाले व्हाट्सअप व क्रिकेट गुरू एप भी डिलीट कर डाला।

Posted By: Inextlive