शहर के जाम से निजात दिलाने के लिए दून की रिस्पना नदी बड़ी भूमिका निभाने जा रही है. एलिवेटेड रोड के साथ ही नदी के दोनों किनारों पर सर्विस लेन भी बनाई जाएगी. प्रोजेक्ट के तहत कुछ जगहों पर नदी पर अतिक्रमण है जिसे हटाया जाना है लेकिन कुछ जगहों पर भूमि अधिग्रहण की भी जरूरत पड़ सकती है.

नदी में कई जगह चौड़ाई 10 मीटर भी नहीं, कहां शिफ्ट होगी सीवरेज

देहरादून,
राजधानी दून में नासूर बन रही ट्रैफिक प्रॉब्लम को दूर करने के लिए सड़कों की चौड़ाई के साथ ही बाइपास रोड पर काम तेजी से चल रहा है। जिससे सिटी की मेन सड़कों पर दबाव कम हो सके। इसी को देखते हुए रिस्पना नदी में फोर लेन एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव है। सर्वे का पूरा होने के बाद एलिवेटेड रोड को नदी के बहाव में कोई खतरा न हो इसके लिए आईआईटी रुड़की से डिजाइन की हाइड्रोलोजिकल मॉडल स्टडी कराई जा रही है। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने बताया कि इसी माह 30 अप्रैल तक आईआईटी रुड़की से रिपोर्ट आ जाएगी। लेकिन जानकारों की मानें तो रिस्पना नदी के बीचों-बीच पूर्व में बिछाई गई सीवर लाइन एलिवेटेड रोड निर्माण में अड़ंगा फंस सकता है। एलिवेटेड रोड भी बीचों-बीच बननी है। कई जगह नदी की चौड़ाई प्रस्तावित चौड़ाई से कम है, ऐसे में सीवर लाइन कहां शिफ्ट होगी, इसको लेकर अड़चन आ सकती है।

20 मीटर चौड़ी होगी एलिवेटेड रोड
रिस्पना नदी के ऊपर 11 किमी। लंबी और 20 मीटर चौड़ी एलिवेटेड रोड प्रस्तावित है। पीडब्ल्यूडी इसका निर्माण कर रहा है। ड्राफ्ट डीपीआर के मुताबिक इस फोर लेन एलिवेटेड रोड पर करीब 3100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। वास्तविक बजट फाइनल डीपीआर बनने के बाद ही सामने आएगी।

तेजी से बढ़ रहा टै्रैफिक दबाव
दून शहर में लगातार ट्रैफिक दबाव बढ़ता जा रहा है। मिड सिटी में सड़कों के चौड़ीकरण को लेकर कई तरह के पेच हंै। कहीं बॉटलनेक है, तो कहीं पर विस्थापन का रोड़ा है। कहीं लोग जमीन देने को तैयार नहीं है। कुल मिलाकर रोड चौड़ीकरण के लिए तमाम अड़चने हैं, जिसके बाद सरकार ने नदियों के ऊपर एलिवेटेड रोड बनाकर मेन रोड््स पर ट्रैफिक दबाव करने की योजना बना रही है।

12 लाख वाहन दून में रजिस्टर्ड
देहरादून संभाग में तकरीबन 12 लाख के छोटे-बड़े वाहन आरटीओ में रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा हर साल एक-सवा लाख वाहन नए रजिस्टर्ड हो रहे हैं। वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या के लिए सड़कें छोटी पड़ रही है, जिससे शहर में हर समय जाम की स्थिति बनी हुई है। पीक आवर में जाम शहरवासियों के लिए बड़ा सिरदर्द बन रही है।

2025 तक होना है निर्माण पूरा
रिस्पना नदी पर एलिवेटेड रोड बनाये जाने का खाका तैयार हो गया है। एलिवेटेड रोड बन जाने से शहर के भीतर जाम से बड़ी राहत मिलेगी। फिजिबिलिटी रिपोर्ट मंजूर होने के बाद इस प्रोजेक्ट का सर्वे किया गया है। योजना के मुताबिक 2025 के आखिर तक एलिवेटेड रोड बनकर तैयार हो जाएगी।

इन क्षेत्रों को मिलेगा जाम से राहत
रिस्पना चौक
नेहरू कॉलोनी
धर्मपुर
आराघर
सर्वे चौक
रायपुर रोड
छह नंबर पुलिया
सहस्रधारा रोड
राजपुर रोड
दिलाराम चौक
जाखन

यहां से गुजरेगी एलिवेटेड सड़क
राजीव नगर
मोहनी रोड
एमडीडीए कॉलोनी
अधोईवाला
सहस्त्रधारा रोड
आर्य नगर
कैनाल रोड
धोरणखास
जाखन
नागल पुल

प्रोजेक्ट पर एक नजर
लागत: 2300 करोड़
लंबाई: 11 किमी।
चौड़ाई: 20 मीटर
हेड: रिस्पना पुल
टेल: नागल पुल
निर्माण संस्था: पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड

रिस्पना नदी के ऊपर एलिवेटेड रोड के डिजाइन की आईआईटी रुड़की हाइड्रोलोजिकल स्टडी कर रहा है। सभवत: इस माह के आखिरी तक स्टडी रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद ही प्रोजेक्ट के आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
जितेंद्र त्रिपाठी, ईई, पीडब्ल्यूडी, प्रांतीय खंड, दून

Posted By: Inextlive