दून में बिगड़ते सेक्स रेसियो को लेकर प्रशासन चिन्तित है। फ्राइडे को इस मसले को लेकर पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ द्वारा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सभागार में जिला स्तरीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में इस बात पर जोर दिया गया कि देहरादून में सेक्स रेसियो दुरुस्त करने के लिए हर संभव प्रयास किये जाने चाहिए। इसके लिए सभी डॉक्टर्स को पीसीपीएनडीटी एक्ट के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। वर्कशॉप में देहरादून में कार्यरत सरकारी और गैर सरकारी डॉक्टर्स और रेडियोलॉजिस्ट ने हिस्सा लिया।


देहरादून ब्यूरो। वर्कशॉप की शुरुआत ज्वाइंट मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल और अन्य अतिथियों ने दीप जलाकर की। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कहा कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के क्रियान्वयन के लिए डॉक्टर्स का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने बेटी बचाओ अभियान से लिंगानुपात में असामनता को पूर्णत: समाप्त करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लिंग जांच जैसी गलत प्रवृत्ति को रोकना और पीसीपीएनडीटी एक्ट का पालन करना हम सबका नैतिक और मानवीय दायित्व है।

पब्लिक का सहयोग जरूरीसीएमओ डॉ। संजय जैन ने कहा कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के क्रियान्वयन के लिए पब्लिक इंगेजमेंट और अवेयरनेस अभियान चलाए जा रहे हैं। डॉक्टर्स इस एक्ट के क्रियान्वयन में अहम कड़ी हैं। इसीलिए इस वर्कशॉप में स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ और रेडियोलॉजिस्ट को बुलाया गया है।

Posted By: Inextlive