भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से निरंजनपुर मंडी में बागवानों की फसल का भुगतान न करने के विरोध में मंडी समिति कार्यालय के गेट में तालाबंदी कर विरोध जताया गया। इस दौरान आढ़ती विनोद पुंडीर ने जब तालाबंदी करने से रोकने का प्रयास किया तो आक्रोशित किसानों ने आढ़ती को पीट दिया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने आढ़ती को जैसे तैसे बचाकर वहां से भेज दिया। ट्रैक्टर ट्राली से किसानों ने मंडी परिसर के गेट को बंद कर दिया और वहीं बैठकर नारेबाजी की।


देहरादून (ब्यूरो) सोमवार को निरंजनपुर मंडी में दोपहर 12 बजे ही किसान नेता भारी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर पहुंच गए। मंडी अधिकारियों और आढ़तियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान भारी संख्या में पुलिसबल तैनात रहा। किसान नेताओं ने इसके बाद मंडी समिति कार्यालय में ताला लगा दिया और वहीं अनिश्चितकाल के लिए बैठकर नारेबाजी करने लगे। किसान अपने रहने, खाने के लिए टेंट, बर्तन भी ले आए। ताकि भुगतान होने तक वहीं बैठकर धरना दिया जा सके। अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा ने बताया कि तीन साल से अधिक का समय हो चुका है। आढ़ती राजकुमार की ओर से बागवानों का बकाया नहीं दिया जा रहा है। जो लगभग तीन करोड़ रुपये है। इसकी वजह से बागवानों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।

दिक्कत में हैं बागवान
बागवान आर्थिक परेशानियों के कारण अच्ने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं। कुछ की बेटियों की शादी नहीं हो पा रही है। कहा कि बागवानों ने अपनी फसल का भुगतान मांगा तो टालमटोली की जा रही है। बताया कि संध्या के समय एसडीएम, मंडी सचिव और सीओ की ओर से आश्वासन दिया गया है कि 24 फरवरी तक अगर भुगतान नहीं किया जाता है तो दुकान संख्या सी 51 और 52 में बागवानों को 90 प्रतिशत हिस्सेदारी दे दी जाएगी। अगर छह माह के भीतर भुगतान नहीं हुआ तो दुकानें बागवान के नाम पर कर दी जाएंगी। इसके बाद बागवान स्वयं ही उसके मालिक होंगे।dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive