86 वर्ष पहले गौचर में उतरा था पहला एयरक्रॉफ्ट
- लंदन से पब्लिश ब्रिटिश मैग्जीन फ्लाइट में गौचर में एयरक्रॉफ्ट उतरने का दावा
- हरिद्वार से गौचर तक एक घंटे में पहुंचता था 6 सीटर एयरक्रॉफ्ट - बद्रीनाथ जाने वाले हिंदू यात्रियों को पहले लगते थे हरिद्वार से गौचर पहुंचने में 10 दिन >DEHRADUN: 8 अप्रैल से राज्य सरकार उड़ान योजना के तहत दो महत्वपूर्ण हेली सर्विसेज शुरू कर रही है। चंद घंटे शेष रह गए हैं, लेकिन दिलचस्प ये है कि जिस सहस्त्रधारा से गौचर के लिए हेली सर्विसेज शुरू की जा रही है। उस गौचर एयरोड्रम पर 19 अप्रैल 1935 यानि 86 वर्ष पहले ब्रिटिशकाल में एयरक्रॉफ्ट उतारा गया था। ये एयरक्रॉफ्ट हरिद्वार से गौचर तक बद्रीनाथ के लिए यात्रियों को ले जाने के लिए शुरू किया गया था। यात्रियों को बद्रीनाथ पहुंचने में मिलती थी हेल्पयकीनन आपको एक पल के लिए विश्वास न हो रहा हो, लेकिन यह सच है। लंदन से पब्लिश ब्रिटिश की पहली वर्ल्ड मैगजीन फ्लाइट, जिसको एयरोनॉटिकल मैग्जीन का दावा किया गया है, में पब्लिश है कि गौचर में पहली बार 19 अप्रैल 1935 में एयरक्रॉफ्ट उतरा था। ये एयरक्रॉफ्ट हरिद्वार से गौचर में उतरा था, जो 8 सीटर था। मैग्जीन के मुताबिक बद्रीनाथ यात्रियों के लिए इस एयरक्रॉफ्ट की शुरुआत की गई थी। जानकार बताते हैं ब्रिटिशकाल में उस वक्त अंग्रेजों की सोच कहां तक थी। वीकिपीडिया पर बकायदा इसका जिक्र है। एयरोनॉटिकल मैग्जीन के मुताबिक हरिद्वार से गौचर पहुंचने में एयरक्रॉफ्ट को करीब एक घंटे का समय लगता था। मैग्जीन के मुताबिक इसकी दूरी 70 मील थी। जबकि हरिद्वार से गौचर पहुंचने में हिंदू यात्रियों को करीब 10 दिन का वक्त लगता था। लेकिन एयरक्रॉफ्ट से ये दूरी केवल एक घंटे की रहती थी। ये सर्विस उस वक्त हिमालया एयर ट्रांसपोर्ट एंड सर्वे लिमिटेड ने शुरू की थ्ाी।
हेली कंपनी को जिम्मेदारी देने पर सवाल सरकार की उड़ान योजना के तहत दून के सहस्त्रधारा से गौचर, सहस्त्रधारा से चिन्यालीसौड़ हेली सेवा कल से शुरू हो जाएगी। सीएम त्रिवेंद्र सिंह इसका शुभारंभ करेंगे। लेकिन जिस हेली कंपनी को इस सेवा का जिम्मा सौंपा गया है। उस पर सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि कंपनी को एनएसओपी न मिलने कारण सेवा शुरू करने का आखिरकार मौका कैसे दे दिया गया। गत वर्ष अगस्त 2019 में ही एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। उत्तरकाशी के आराकोट इलाके में ये हेलीकॉप्टर आपदा के कारण अलग-थलग पड़े गांवों में आपदा राहत सामग्री पहुंचा रहा था। स्थान- समय सहस्त्रधारा से गौचर---सुबह 9 बजे।गौचर से सहस्त्रधारा--सुबह 10 बजे।
सहस्त्रधारा से गौचर--सुबह 11 बजे। गौचर से सहस्त्रधारा--दोपहर 12 बजे। सहस्त्रधारा से चिन्यालीसौड--दोपहर एक बजे। चिन्यालीसौड से सहस्त्रधारा--दोपहर 1.45 बजे। सहस्त्रधारा से चिन्यालीसौड--दोपहर 2.30 बजे। चिन्यालीसौड से सहस्त्रधारा--दोपहर 3.15 बजे। किराया इस प्रकार से सहस्त्रधारा से गौचर--4120 रुपए। गौचर से सहस्त्रधारा--4120 रुपए। सहस्त्रधारा से चिन्यालीसौड--3320 रुपए। चिन्यालीसौड से सहस्त्रधारा--3200 रुपए।