विभागीय सूत्रों की मानें तो अब 4 लैपर्ड और 2 टाइगर जू की ही शान बनेंगे। इसके लिए जू एडमिनिस्ट्रेशन अधिकारियों के संपर्क में है।

-किमाड़ी के कंट्रीयाना से ट्रेंकुलाइज किया गया था लैपर्ड, अभी जू रेस्क्यू सेंटर में मौजूद

देहरादून, 10 मार्च (ब्यूरो)।

दो दिन पहले जिस आदमखोर लैपर्ड को वन विभाग ने कई दिनों की दिन-रात मशक्कत के बाद ट्रैंकुलाइज करने में सफलता हासिल की है। अब वह दून जू की न केवल शान बनेगा। बल्कि, वहीं दहाड़ेगा और पर्यटक उसका दीदार करने के लिए पहुंचेंगे। इधर, आदमखोर लैपर्ड भले ही विभाग के चुंगल में आ गया है। लेकिन, कुछ संवेदनशील इलाकों में अभी भी वन विभाग की टीमें मुस्तैद हैं। कहीं कोई दूसरे खतरे की आशंका न बन जाए, दिनरात विभागीय टीमों का मूवमेंट जा रही है।

थर्सडे को मिल पाई थी सफलता
दरअसल, दिसंबर 2023 से लेकर फरवरी तक दून में लगातार तीन लैपर्ड के हमले की खबरें सामने आ चुकी हैं। जिसमें दो बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी। यहां तक कि सीएम पुष्कर सिंह धामी को इस मामले पर एक के बाद एक-एक करके कई बैठकें लेनी पड़ी। अधिकारियों को अल्टीमेटम तक देना पड़ा। इसके लिए वन विभाग को बीती 7 मार्च को आदमखोर लैपर्ड को ट्रैंकुलाइज करने में सफलता मिली। लेकिन, बताया जा रहा है कि अभी भी कई इलाकों से लैपर्ड दिखाई देने की विभाग को सूचनाएं मिल रही हैं। हालांकि, विभाग का तर्क ये भी कि जहां पर उसने ट्रैप कैमरे लगाए हैं, वहां फिलहाल किसी भी लैपर्ड की चहल कदमी नहीं दिखाई दी है। लेकिन, बताया जा रहा है कि लोग लैपर्ड के दिखाई देने की विभाग को सूचनाएं दे रहे हैं।

सैटरडे रात भी जारी रही गस्त
इसी को ध्यान में रखते हुए वन विभाग की टीमों ने अभी भी ऐसे संवेदनशील इलाकों में अपनी गस्त जारी रखी है। सैटरडे रात भी वन विभाग की टीमें गस्त पर रही। हथियारों से लैस टीमें पूरी रात उन इलाकों में मूवमेंट कर रही है, जहां से शिकायतें मिल रही हैं। टीमों को अधिकारियों ने स्पष्ट किया है। जहां भी लैपर्ड दिख जाए, वे ट्रैंकुलाइज कर लें।

पर्यटक करेंगे आमदखोर का दीदार
बताया जा रहा है कि जिस आदमखोर लैपर्ड को विभाग ने हाल में ट्रैंकुलाइज किया है। वह अभी दून जू के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है। उसकी परोपर मॉनिटरिंग हो रही है। आदमखोर के दो दांत टूटे हुए हैं, मुंह पर आइई सूजन कम हो चुका है। लेकिन, अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। विभाग के डॉ। प्रदीप मिश्रा के अनुसार ट्रैंकुलाइन किए गए लैपर्ड की दिन में दो से तीन बार मॉनिटरिंग की जा रही है। वहीं, ये भी बताया जा रहा है अब आदमखोर लैपर्ड को विभाग जंगल में छोड़ने के मूड में नहीं है। अधिकारियों व सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से इंतजार किया जा रहा है कि ये लैपर्ड जू में ही रहेगा। जिसको देखने के लिए पर्यटक जू में पहुंचेंगे।

जू में 4 लैपर्ड व 2 टाइगर हुए
वर्तमान में दून जू में 4 लैपर्ड और 2 टाइगर मौजूद हैं। इन लैपर्ड मेंं 1 दून से ट्रैंकुलाइज किया गया लैपर्ड शामिल है। जबकि, एक रुद्रप्रयाग व 2 चिड़ियापुर के शामिल हैं। इसके अलावा रामनगर से जू लाए गए 2 टाइगर शामिल हैं।


इन लैपर्ड व टाइगर के साथ सफारी की तैयारी
ये चारों आने वाले समय में दून जू में आने वाले समय में टाइगर सफारी के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे। इनके साथ ही जू प्रशासन 2 ब्लैक बीयर, जैकाल व हायना लाने की भी तैयारी कर रहा है। इसके लिए दूसरे जू से संपर्क साधा जा रहा है। जबकि, टाइगर सफारी की जरूरतों के मुताबिक जू में पहले से ही सांभर, चीतल व घुरल मौजूद हैं।

Posted By: Inextlive