-आपराधिक घटनाओं को लेकर दून पुलिस द्वारा जुटाए गए एविडेंस को कोर्ट तक पहुंचाने में लचर रवैया आया सामने

-एविडेंस लेकर जा रही महिला चीता पुलिस की टू व्हीलर रास्ते में हुई पंचर, घंटों पंचर सही करवाने के लिए इधर-उधर भटकती रही महिलाकर्मी

देहरादून,

दून पुलिस का आपराधिक घटनाओं को लेकर जुटाए गए एविडेंस को कोर्ट तक पहुंचाने में लचर रवैया सामने आया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के कैमरे में गश्त के लिए बनाई गई टू व्हीलर चीता पुलिस कैद हो गई, जो घंटो तक एविडेंस को लेकर पंचर हुई टू व्हीलर को लेकर इधर-उधर भटकती रही, इतना ही नहीं जो एविडेंस चीता महिला पुलिस के पास कोर्ट तक पहुंचाने के लिए दिए गए थे, वे एविडेंस जगह-जगह इधर-उधर रखे गए। जो कि दून पुलिस की बड़ी लापरवाही को उजागर कर रही है।

पंचर टू व्हीलर को लेकर भटकती रही महिलाकर्मी

मंडे को दोपहर में चीता महिला पुलिस पटेलनगर थाने इलाके में घंटों तक अपनी पंचर टू व्हीलर को लेकर भटकती रही। महिलाकर्मी कई मामलों के एविडेंस को लेकर कोर्ट जा रही थी, जिनमें अवैध मादक पदार्थ से लेकर घटनाओं में इस्तेमाल किए गए हथियार भी सील बंद कपड़ों में रखे हुए थे, लेकिन रास्ते मंें टू व्हीलर पंचर हो गई। जब महिलाकर्मी पंचर टू व्हीलर को एक रिपेयरिंग सेंटर में ले कर गए थे, तो वहां पंचर सही करने और टायर में हवा भरने की सुविधा नहीं मिली। ऐसे में कई देर तक यहां भी एविडेंस हाथ में लेकर महिलाकर्मी भटकती रहीं। इसके बाद रिपेयरिंग सेंटर से आधा किमी दूर एक पंचर तक टू व्हीलर को ले जाना पड़ा, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने एविडेंस लेकर जारी रही महिलाकर्मी को अपने वाहन से पंचर बनाने वाली दुकान तक छोड़ा। इसके बाद महिलाकर्मी पंचर लगाने के बाद कोर्ट की तरफ रवाना हुई।

संसाधनों का अभाव या लापरवाही

मंडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के कैमरे में कैद हुई यह घटना दून पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रही हैं, किसी भी अपराध को सही साबित करने के लिए एविडेंस की सबसे अहम भूमिका होती है, जिसे सुरक्षित पहुंचाना पुलिस की ड्यूटी है, लेकिन यहां संसाधनों के अभाव में महिला पुलिसकर्मी पंचर टू व्हीलर में एविडेंस ले जाने को मजबूर हैं। ऐसे में दून पुलिस की लापरवाही भी उजागर होती है।

Posted By: Inextlive