DEHRADUN: शिक्षा मंत्री अर¨वद पांडेय ने प्रदेश में स्कूलों को दो नवंबर से खोलने से पहले अच्छी तरह सेनेटाइज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स की सेहत के मामले में ढिलाई नहीं होनी चाहिए।

प्रोटोकाल का करना होगा पालन

शिक्षा मंत्री अर¨वद पांडेय ने सोमवार को विधानसभा स्थित कक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर शिक्षण संस्थाएं खोलने के संबंध में की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि स्कूलों को कोविड-19 को लेकर स्टूडेंट्स के लिए सुरक्षा प्रोटोकाल का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि कक्षा 10 व 12 के स्टूडेंट्स के पैरेंट्स से बातचीत कर स्कूलों की व्यवस्थाओं के बारे में उन्हें विश्वास में लिया जाना चाहिए। शिक्षा मंत्री के निर्देश के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने सभी जिलों में मुख्य शिक्षाधिकारियों को एसओपी के मुताबिक विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। स्कूलों को खोलने से पहले सेनेटाइज किया जाएगा। साथ में यह प्रक्रिया हर रोज प्रत्येक पाली के बाद नियमित तरीके से होगी। इसमें स्टूडेंट्स को हैंड वॉश या हैंड सेनेटाइज कराने के बाद ही स्कूलों में प्रवेश देने के निर्देश दिए गए हैं। खांसी, जुकाम या बुखार होने पर स्टूडेंट्स के साथ शिक्षकों या कर्मचारियों को प्राथमिक उपचार के बाद घर वापस भेजा जाएगा। प्रवेश के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। क्लास रूम में स्टूडेंट्स को छह फीट की दूरी पर बैठना होगा। शिक्षा निदेशक ने बताया कि एसओपी का पालन कराने के लिए राज्यस्तरीय नोडल अधिकारी अपर निदेशक रामकृष्ण उनियाल को बनाया गया है। जिलास्तरीय नोडल अधिकारी मुख्य शिक्षाधिकारी होंगे।

Posted By: Inextlive