राज्य में पर्यावरण बचाने को अब संस्कृति का सहारा
-आगामी 10 से 18 जुलाई तक आओ मनाएं हरेला अभियान शुरू होगा प्रदेश में
-तीन साल तक वृक्ष सुरक्षित रखने पर 400 रुपए मिलेंगे, प्लांट मिलेंगे फ्री में -17 जुलाई को हरेला त्यौहार के बाद हर गांव में हरियाला कॉम्पिटीशन का होगा आयोजन DEHRADUN: राज्य में पर्यावरण संरक्षण को संस्कृति से जोड़ने के प्रयास शुरू किए गए हैं। राज्य में इस बार आओ मनाएं हरियाला (हरेला) अभियान आगामी क्0 से क्8 जुलाई तक चलाया जाएगा। बकायदा, हरेला को 'मेरा वृक्ष मेरा धन योजना' से लिंक किया जाएगा। मंडे को सीएम ने सचिवालय में सभी जिलों के डीएम को इसके लिए तैयारियां करने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि किसी भी योजना की सक्सेस में जन सहभागिता आवश्यक है। :::: एक नजर आओ हरेला मनाएं पर::: -इससे ग्राम पंचायतों, ब्लॉक, जिला पंचायतों, युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, एनजीओ व वन पंचायतों को जोड़ा जाए।-हर जिले के एक गांव में प्रभारी मंत्री, संसदीय सचिव, प्रभारी सचिव वृक्षारोपण करेंगे।
-ऐसे ही डीएम, सीडीओ, डीएफओ, एसडीएम, सीएमओ, बीडीओ भी प्लांटेशन करेंगे। -हर ग्राम सभा में मेरा वृक्ष मेरा धन योजना के तहत अभियान चलाया जाएगा। -इस अभियान को हर ग्राम पंचायत के लिए एक सरकारी अधिकारी नामजद होगा।-एक सामान्य बॉन्ड के तहत जिन्होंने पेड़ लगाए, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।
-पेड़ चारा प्रजाति, माल्टा, च्यूड़ा, महुआ, अखरोट, पांगल व आंवला के होंगे। -तीन साल तक वृक्ष सुरक्षित रहने पर फ्00 रुपए प्रति वृक्ष और क्00 रुपए अतिरिक्त बोनस प्रति वृक्ष दिया जाएगा। -अखरोट, च्यूड़ा, महुआ के वृक्ष पर ब्00 रुपया व प्रति क्00 रुपया बोनस दिया जाएगा। -संबंधित विभाग द्वारा फ्री प्लांट दिए जाएंगे। -ग्राम पंचायत सामुदायिक वृक्ष का रोपण करती है तो भ्000 हजार रुपए वृक्ष रोपित करने और फ् व ब् चार रुपए हर वृक्ष दिया जाएगा। हरियाला महिला का होगा चयन क्7 जुलाई को हरेला के त्यौहार के बाद हर गांव में हरियाला प्रतिस्पर्धा आयोजित की जाएगी। जिस गृह स्वामिनी का हरियाला अच्छा होगा, उन्हें हरियाला महिला के रूप में चयनित किया जाएगा और भ्00 रुपए हर महीने पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार की राशि अगले साल हरेले के अवसर पर दी जाएगी। इसके अलावा हर साल हर गांव में हरियाला महिला का चयन होगा। ये सभी महिलाएं राज्य की ग्रीन एंबेसडर होंगी।