DEHRADUN : ठेका परमिट की शर्तो का उल्लंघन कर रहे विक्रम चालकों के खिलाफ आरटीओ द्वारा चलाया गया अभियान थर्सडे फुस्स हो गया। यह अभियान महज खानापूर्ति साबित हुआ। दिन भर में आरटीओ के कर्मचारी मात्र क्क् वाहनों के चालान ही कर पाए। चालान होने वाले इन वाहनों में मुश्किल से आधा दर्जन विक्रम शामिल हैं। एआरटीओ प्रवर्तन आरपी राठौर के मुताबिक थर्सडे को वह चुनाव के लिए सरकारी वाहनों के अधिग्रहण करने में शामिल रहे, लेकिन परमिट शर्तो के खिलाफ भी उन्होंने अभियान चलाए रखा।

Posted By: Inextlive