विष्णु के वामन अवतार को इसी पावन जयंती के रूप में मनाया जाता है। श्रीमद् भागवत के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को अभिजीत मुहूर्त में भगवान वामन प्रकट हुए थे।


भगवान वामन ने पृथ्वी पर बालि के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए अवतार लिया था। इस वर्ष वामन जयंती 10 सितंबर 2019 को पड़ रही है। समस्त वैष्णव भक्तों को इस दिन उपवास करना चाहिए। प्रत:  काल स्नान आदि से निवृत्त होने के पश्चात वामन जयंती को व्रत करने का संकल्प लेना चाहिए। अभिजीत मुहूर्त में वामन भगवान का पूजन करना चाहिए।इस तरह करें भगवान वामन की पूजाउसके पश्चात एक पात्र में चावल, दही और चीनी रखकर किसी वेद पाठी ब्राह्मण को दान करना चाहिए। सायं काल पुनः स्नान करने के उपरांत भगवान वामन का पूजन करना चाहिए। पूजा के समय व्रत कथा भी सुननी चाहिए। तत्पश्चात ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए।स्वयं फलाहार करना चाहिए।-पंडित दीपक पांडेय

Posted By: Vandana Sharma