लखनऊ से जुड़ेंगे गांव
736 गांवों किए गए चिन्हित
263 गांवों तक पहले चरण में बसें 52 रूट बनाए जाएंगे 52 साधारण बसें चलाई जाएंगी - अनुबंधित बसों का होगा संचालन, रोडवेज ने बसों के अनुबंध के लिए निकाला टेंडर LUCKNOW: राजधानी के आसपास के गांवों में रहने वालों का सफर जल्द ही आसान हो जाएगा। कारण यह है कि परिवहन निगम जल्द राजधानी से सटे सात सौ से अधिक गांवों के लिए बसों का संचालन करेगा। इसके लिए रूट भी डिसाइड कर लिए गए हैं। इन रूट पर अनुबंधित बसों को चलाया जाएगा, जिसके लिए टेंडर भी जारी हो गए हैं। 31 अगस्त तक निजी बस ऑपरेटरों से टेंडर मांगे गए हैं। दूर होगी परेशानीरोडवेज के अधिकारियों के अनुसार राजधानी के आस-पास के गांवों से डेली बड़ी संख्या में व्यापारी, नौकरीपेशा और रोजगार की तलाश में लोग राजधानी आते हैं। इन लोगों को यहां आने के लिए प्राइवेट वाहनों का ही सहारा लेना पड़ता है, जिसमें उनका पैसा भी अधिक खर्च होता है। इन लोगों की इस समस्या को देखते हुए ही यह निर्णय लिया गया है।
52 रूट पर चलेंगी बसेंरोडवेज के अधिकारियों के अनुसार राजधानी से तीन मार्गो पर इसके लिए 52 रूट डिसाइड किए गए हैं। पहले इन्हीं रूट पर अनुबंधित बसें चलाई जाएंगी। इसके लिए समय सारिणी और किराया फिलहाल तय किया जा रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले माह 15 सितंबर से बसें इन रूट पर रफ्तार भरने लगेंगी। हालांकि पहले चरण में 263 गांवों तक ही रोडवेज की बसें पहुंचेंगी। राजधानी के तीनों बस अड्डों आलमबाग, चारबाग और कैसरबाग से इन रूट के लिए बसें चलाइर् जाएंगी।
लखनऊ से सटे गांवों तक बसों के संचालन के लिए योजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही इन क्षेत्रों के लिए अनुबंधित बसों का संचालन होगा। इसके लिए बस ऑपरेटरों के साथ अनुबंध किया जाएगा। पल्लव बोस, आरएम, लखनऊ परिवहन निगम पहले चरण में इन रूट पर बसें - गंगागंज, नगराम, मुंशीगंज, मौरावां, हैदरगढ़, रेउसा, बरगदिया, बीकेटी, गोसाईगंज, मोहनलालगंज, मलिहाबाद, इटौंजा, कुम्हरावां, अमानीगंज, महोना, तम्बौर, हरौनी, महमूदाबाद