चारागाह की 250 एकड़ जमीन पर तीन गांवों का कब्जा
लेखपाल व कानूनगो करा रहे हैं चारागाह की जमीन पर कब्जा
तीन गांवों के लोगों का है सैकड़ों बीघा जमीन पर कब्जा आगरा। समय रहते अगर प्रशासन नहीं चेता तो कहीं आगरा में भी जवाहरबाग जैसी घटना न हो जाए। यहां पर करीब 250 एकड़ जमीन चारागाह की है, जिसमें तीन गांव के लोगों का कब्जा है। कब्जा कराने वालों में कोई और नहीं बल्कि जिला प्रशासन के ही अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। सींगना गांव में है जमीन तहसील किरावली ब्लॉक अछनेरा थाना सिकंदरा के गांव सींगना में चारागाह की करीब 250 एकड़ जमीन है। जो कि यमुना की खादरों में है। इस जमीन पर वर्षो से लोगों ने कब्जा कर रखा है। इसमें तहसील किरावली के ही लेखपाल व कानूनगो मिले हुए हैं। इस संबंध में शिकायतें भी हुई हैं, लेकिन कोई कार्रवाई आज तक नहीं हो सकी है।तीन गांवों का है कब्जा
गाटा संख्या 588, 461,561, 551, 510, 612 आदि जमीन पर गांव सींगना, जुगसैंना और सींगना बुर्ज के लोगों का कब्जा है। ऐसा नहीं है कि इस संबंध में आला अधिकारियों को जानकारी न हो। सुविधा शुल्क आधार पर हो रहा है प्रयोगसूत्रों के मुताबिक इस चारागाह की भूमि का प्रयोग ग्रामीण ऐसे ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि इसकी कीमत अदा करते हैं। लेखपाल से लेकर अन्य अधिकारी इसकी कीमत वसूल रहे हैं, जो कि किसी दिन जिला प्रशासन के लिए नासूर बन सकता है।
कब्जा लेना हो जाएगा मुश्किल अगर यही हाल रहा है तो इस चारागाह की जमीन पर जिला प्रशासन को कब्जा लेना मुश्किल हो जाएगा। सूत्रों की मानें तो ग्रामीण इस जमीन पर वर्षो से काबिज हैं। उन्हें हटाना जिला प्रशासन के लिए इतना आसान नहीं होगा। ये भी है आरोप स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि कुछ जमीन को बोली लगाकर लीज पर दे दिया जाता है, शेष बीघों के बीघों को सुविधा शुल्क के आधार पर ही दे दिया जाता है। जो कि एक दिन मुसीबत साबित हो सकता है।