इन दिनों टीम इंडिया के टेस्‍ट कप्‍तान विराट कोहली अपने करियर के सबसे अच्‍छे दौर से गुजर रहे हैं। इस समय वे अपने करियर की सर्वोच्‍च रैंकिंग पर हैं और उनकी टीम बेहद संतुलित है। टीम का लोअर ऑर्डर भी इतना सक्षम है कि जीत दिला सकता है।

सबसे ऊंची रैंकिंग
टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में अपने करियर की टॉप पोजीशन पर पहुंच गए। अपने कप्तानी में टीम इंडिया को मोहाली टेस्ट में इंग्लैंड पर आठ विकेट से जीत दिलाने के बाद विराट अब बल्लेबाजों की रैंकिंग में एक स्थान के सुधार के साथ तीसरे पायदान पर पहुंच गए हैं। इससे पहले विशाखापत्तनम टेस्ट में इंग्लैंड पर 246 रनों से जीत दिलाने के बाद वे चौथे स्थान पर पहुंचे थे। जबकि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज की शुरुआत में विराट की रैंकिंग 15वीं थी।

तब से अब तक जबर्दस्त सुधार करते हुए वे तीसरे स्थान पर आ गए हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ पहले और इंग्लैंड के जो रूट दूसरे स्थान पर है। रूट, कोहली से 14 अंक आगे हैं।
टीम में है शानदार संतुलन
दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड से सीरिज जीतने के बावजूद टीम इंडिया के ओवर ऑल परफार्मेंस को लेकर काफी बहस चल रही थी। बार बार ये सवाल उठाया जा रहा था कि भारत को स्पिन के अनुकूल विकेट बनाने चाहिए या नहीं। अब जब पिछले कुछ समय से टीम ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में अच्छे विकेट पर विजय हासिल की है, उससे लगता है कि विराट की सेना में काफी शानदार संतुलन आ गया है। इससे लगता है कि भारत सफलता पाने के लिए सूखे और स्पिन विकेट का मोहताज नहीं रहा है। इसके साथ ही मौजूदा टीम में स्पिन के साथ दमदार पेस अटैक भी है।

पिछले टेस्ट में दूसरे दिन चाय के बाद के खेल में कप्तान विराट कोहली सहित तीन विकेट खोकर बैकफुट पर आने को छोड़ दें तो खेल पर भारत का पूरी तरह से दबदबा कायम रहा था। यानि टीम का बॉलिंग और बैटिंग दोनों का पूरा बैलेंस दिखाई पड़ रहा है। ऐसे में कह सकते हैं कि विराट के पास एक संतुलित टीम भी है जो किसी भी कप्तान का सपना होती है।
धारदार लोअर ऑर्डर
विराट के लिए सबसे बड़ी राहत और कामयाबी दिलाने वाली बात है टीम के लोअर ऑर्डर का शानदार परफार्मेंस। मोहाली टेस्ट में जिस तरह टीम इंडिया के पुछल्ले बल्लेबाजों ने प्रदर्शन किया वो टीम की सबसे बड़ी ताकत बन कर सामने आया। मोहली टेस्ट में जब दूसरे दिन भारतीय पारी लड़खड़ाई थी तो अश्विन ने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर भारत को विजयी स्थिति में पहुंचाया था। अश्विन ने इस कैलेंडर इयर में टेस्ट मैचों में 500 से ज्यादा रन और 50 से ज्यादा विकेट लिए हैं।

यह उपलब्धि पाने वाले भारत के तीसरे ऑलराउंडर बन गए हैं। अश्विन और जडेजा के ऑलराउंड प्रदर्शन के बाद कोहली को ये छूट मिल है कि वे पांच बॉलर्स के साथ खेल सकें। अपनी टीम तैयार करने के लिए कोहली लंबें समय से ऐसे ही संतुलन की मांग कर रहे थे।

 

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Posted By: Molly Seth