-वोटर्स के रुख को भांपने में प्रत्याशियों व समर्थकों को छूटा पसीना

PRAYAGRAJ: सपा-बसपा गठबंधन व भाजपा सहित चुनाव मैदान में उतरे सभी प्रत्याशी वोटरों की खामोशी से परेशान रहे. बूथ से लेकर गली तक घूम रहे उनके समर्थक भी वोटरों का मिजाज भांप पाने में असमर्थ रहे. बूथ पर हर सवाल के जवाब पर मुस्कुरा रहे वोटरों को देख प्रत्याशी बेचैन से रहे. मतदान पूर्व तक सभाओं में भीड़ देख जीत के दावे कर रहे सियासी पहलवान हैरत में रहे. वह इस बात का कयास नहीं लगा पा रहे कि आखिर ऊंट बैठा किस करवट है.

पूछे तो बोले चिंता न करें

रविवार को मतदान के दिन वोटर पूरी तरह साइलेंट मोड में रहे. ऐसा लग रहा था मानो वे इस बात का संकल्प ले रखे हों कि उन्हें वोट के सम्बंध में किसी से कुछ नहीं बोलना. फाफामऊ, तेलियरगंज, रसूलाबाद, गोविंदपुर जैसे एरिया में बूथ पर मतदान करने पहुंचे वोटरों की खामोशी प्रत्याशी व उनके समर्थकों की धड़कनें बढ़ाती रही. बूथ के आसपास खड़े वही वोटर खुलकर बोल रहे थे जो किसी न किसी प्रत्याशी के समर्थक या प्रचारक थे. माहौल भांपने के लिए वोटर के बूथ से बाहर आते ही समर्थक उनकी तरफ लंबे कदम से पहुंच रहे थे. ऐसे समर्थकों के हर सवाल का जवाब वोटर खामोशी से मुस्कुरा कर देते रहे. किसी के बहुत कुरेदने पर वोटर मुंह खोले भी तो बोले 'चिंता न करें' वोटरों के मुंह से चिंता न करें की बात सुनकर प्रत्याशी व उनके समर्थकों की चिंता बढ़ती रही. ऐसे हालात में कल तक खुद के जीत का दंभ भरने वाले प्रत्याशी व उनके समर्थक खुद भी असमंजस की स्थिति में आ गए हैं. खैर, प्रत्याशियों की किस्मत को वोटरों ने इवीएम में कैद कर दिया है. अब उनकी खामोशी से किसके घर हंसी गूंजती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

Posted By: Vijay Pandey