चुनाव सिर पर, सिर्फ कागजों में चल रहीं योजनाएं
61 पर्सेट लोगों ने पिछले विधानसभा चुनाव में की थी वोटिंग
80 पर्सेट इस बार चुनाव वोटिंग का सेट किया है टारगेट - लोकसभा चुनाव में वोटिंग पर्सेटेज बढ़ाने के प्रशासन कर रहा प्रयास - जागरूकता अभियान की सिर्फ बना रहे योजनाएं, कैसे पूरा होगा टारगेट बरेली --प्रशासन चुनाव के दौरान वोटिंग पर्सेटेज बढ़ाने के हर प्रयास करता है, लेकिन उसके बावजूद वोटिंग पर्सेटेज में कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं होती है. पिछले विधानसभा चुनाव में प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद 61 पर्सेट लोगों ने ही वोटिंग की थी. इस बार शासन के आदेश के अनुसार 80 पर्सेट वोटिंग का टारगेट है, लेकिन यह टारगेट इस बार तो पूरा होता नहीं दिख रहा है. आचार संहिता लागू होने के बाद से ही शहर में लोगों को वोटिंग के लिए जागरूक करने के लिए कई योजनाएं बनाई गई, लेकिन यह योजनाएं सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई. धरातल पर एक भी योजना का क्रियान्वन नहीं दिखा है. ऐसे में प्रशासन के लिए वोटिंग पर्सेटेज बढ़ाना बढ़ा चैलेंज है.
योजना बनी पर नहीं हुई शुरूप्रशासन ने वोटिंग पर्सेटेज बढ़ाने के लिए सेल्फी प्वाइंट, सिग्नेचर कॉम्पटीशन, किटी पार्टी, इनविटेशन, जागरुकता रैली आदि कई योजनाओं का आयोजन किया है. चुनाव के लिए मात्र 27 दिन बचे है, लेकिन अभी तक एक भी योजना शुरू नहीं की जा सकी है. न तो अभी तक सेल्फी प्वाइंट बन सका है और न ही कोई जागरूकता अभियान चलाया गया है. सिग्नेचर प्रतियोगिता अभी शुरू नहीं की जा सकी है. ऐसे में एक बढ़ा सवाल यह है कि आखिर प्रशासन चुनाव से पहले सभी योजनाओ को जमीन पर कैसे उतारेगा.
आचार संहिता लागू होते ही बनी थी योजना 10 मार्च को पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गई थी. प्रशासन ने मतदाता को जागरूक करने के लिए कई कैम्पेन चलाने का विचार किया, लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक केवल एक ही किटी पार्टी का आयोजन किया जा सका है. सेल्फी प्वाइंट पर कोई वर्क हुआ है और न ही पॉश कॉलोनियों के वोटर्स को जागरूक करने के लिए कोई काम हुआ है. पॉश एरिया वाले नहीं करते वोटिंगपॉश इलाकों में रहने वाले लोग सबसे कम वोटिंग करते है. जबकि इन एरियों में रहने वाले लोग हाईली एजुकेटेड और ज्यादातर बिजनेसमैन होते हैं. इसके बाद भी वह वोटिंग करने नहीं आते हैं. ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशासन ने जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है, लेकिन अभी तक उस पर भी काम नहीं शुरू किया जा सका है. ऐसे में पॉश एरियों से इस बार भी कम वोटिंग की उम्मीद है.
विधानसभा चुनाव में यह था पर्सेटेज 1. राजेंद्र नगर में 28 पर्सेट वोटिंग राजेंद्र नगर इलाका शहर विधानसभा में आता है. यहां पर सभी हाई प्रोफाइल लोग रहते है. लेकिन यदि यही हाई प्रोफाइल लोग वोटिंग नहीं करेंगे तो काफी चिंता जनक है. राजेंद्र नगर में सूरजभान कन्या इंटर कॉलेज में दो वोटिंग बूथ बनाए गए थे. जिसमें पहला बूथ नंबर 134 और दूसरा बूथ नंबर 138 था. बूथ संख्या 134 पर केवल 34.52 परसेंट रही तो बूथ संख्या 138 पर मात्र 28 परसेंट वोटिंग रही. 2. सबसे कम वोटिंग रविन्द्र नाथ टैगोर पररविन्द्र नाथ टैगोर मतदान केंद्र कैंट विधान सभा में आता है. इस मतदान केंद्र पर ही वोटिंग बूथ बनाया गया था. लेकिन इस बूथ पर मानों कि वोटर्स झांकने तक नहीं आए. जिसका नतीजा यह हुआ कि इस बूथ पर और केंद्र पर मात्र 8.11 परसेंट वोटिंग ही हुई थी. बताते चले कि कैंट एरिया में भी किसी से कम हाई फाई लोग नहीं रहते है. यहां पर भी लगभग सभी फैमिलीज हाई एजुकेटेड हैं. इसके बाबजूद भी लोग वोटिंग को आगे नहीं आते है.
- रविंद्र नाथ टैगोर इंटर कॉलेज 8.11 परसेंट योजनाओं को लगातार शुरू किया जा रहा है. सेल्फी कांटेस्ट को आज से शुरू कर दिया जाएगा. बाकी योजनाओं को फर्स्ट अप्रैल तक लागू कर दिया जाएगा. सत्येंद्र कुमार, सीडीओएक नजर में
आइए बताते है कि किस पॉश इलाके के मतदान केंद्र पर कितने परसेंट वोटिंग हुई.. मतदान केंद्र शहर विधान सभा परसेंटेज - केंद्रीय कारागार इज्जतनगर 36 परसेंट - सूरजभान इंटर कॉलेज राजेंद्र नगर 28 परसेंट - सुरेश शर्मा नगर 32 परासेट - हार्टमैन कॉलेज 31 परसेंट मतदान केंद्र कैंट विधान सभा परसेंटेज - रामपुर गार्डन 28 परसेंट - सिविल लाइंस तहसील कार्यलय 33 परसेंट