- बाहुबली से नजदीकी हो सकती है हमले की वजह

- पुलिस तीन बिंदुओं पर कर रही पड़ताल

- राजधानी में बढ़ रही गैंगवार की आशंका, पुलिस सर्तक

LUCKNOW: हजरतगंज में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी शाहिद और पीजीआई में रियल इस्टेट कारोबारी पर हुआ हमला गैंगवार की तरफ इशारा कर रहा है। दोनों बाहुबली गैंग की यह पुरानी फितरत रही है। दोनों के बीच वर्षो से काउंटर अटैक का सिलसिला चला आ रहा है। एक दूसरे के करीबियों की हत्या और उन पर हमला कराके अपना वर्चस्व कायम रखने का पुराना इतिहास है। करीब तीन दशक से चल रही गैंगवार में दोनों बाहुबली के करीब दर्जन भर से ज्यादा की मौत हो चुकी है। ऐसे में एक सप्ताह के भीतर दोनों घटनाओं से राजधानी में एक बार फिर गैंगवार की आशंका बढ़ गई है, जिसे लेकर पुलिस भी सर्तक है। दोनों घटनाओं के वर्कआउट के साथ-साथ दोनों पक्षों के लोगों पर खुफिया निगाह भी रखी जा रही है।

तीन बिंदुओं पर पुलिस की पड़ताल

पीजीआई अंसल में रियल इस्टेट कारोबारी सुनील सिंह पर हुए जानलेवा हमले के पीछे पुलिस तीन बिंदुओं पर काम कर रही है। इसमें पहला प्वाइंट है सुनील सिंह की हाल ही में पार्टनरशिप खत्म करने का मुद्दा। इस मामले में बड़ा लेन-देन हुआ था और आगे होना भी था। पुलिस पुरानी कंपनी के एक पार्टनर से लगातार पूछताछ कर रही है। वहीं दूसरा प्वाइंट है सुनील के जमीनी कारोबार से। सुनील न केवल एक मॉल का निर्माण करा रहा है बल्कि उसने दो जमीन भी खरीदी थी, जिसका पेमेंट करने के बाद भी उसे पजेशन नहीं मिला था। तीसरा प्वाइंट उनके पैतृक आवास से जुड़े विवाद को भी पुलिस खंगाल रही है।

गैंगवार पर टिक रही पुलिस की सुई

हमले के मामले में पुलिस की पड़ताल गैंगवार पर जाकर टिक गई है। सूत्रों की मानें तो दबी जुबान कई पुलिस अफसरों का माना है कि हमला गैंगवार का नतीजा है। पूर्वाचल के दोनों बाहुबली गैंग एक बार फिर आमने सामने आ गए है। बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद उसके अवैध कारोबार को हथियाने के लिए जोर अजमाइश जारी है।

जमीनी कारोबार में बढ़ रही खूनी रार

गोमतीनगर विस्तार और शहीद पथ के आस-पास पूर्वाचल के दोनों गैंग के लोग बड़े पैमाने पर जमीन का कारोबार कर रहे हैं। यही जमीनी कारोबार वर्चस्व की जंग बन रही है। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी शाहिद जाफरी पर हुए हमले के पीछे भी मिट्टी खनन और जमीन के विवाद की आशंका जताई जा रही है। वहीं रियल इस्टेट कारोबारी सुनील पर भी हमले के पीछे इसी कारोबार की संभावना जताई जा रही है।

सीसीटीवी और कॉल डिटेल खंगाल रही

मामले के खुलासे के लिए पीजीआई पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच समेत कई टीमें लगाई गई हैं। पुलिस सुनील सिंह की कॉल डिटेल के साथ-साथ आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि हमलावरों का कोई सुराग मिल सके। वहीं ट्रामा सेंटर में भर्ती सुनील के शरीर में अभी एक गोली फंसी है, जिसे आपरेशन कर निकालने की बात डॉक्टर कह रहे हैं।

Posted By: Inextlive