- पटना, हाजीपुर, और सोनपुर के लोगों को होगा फायदा

- जल परिवहन की संभावनाओं और विस्तार पर हुआ सेमिनार

PATNA CITY : सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो गंगा में वाटर एंबुलेंस और कार्गो शिप की शुरुआत हो सकती है। इसके शुरू होने से पटना, हाजीपुर, और सोनपुर के लोगों को काफी फायदा मिलेगा। खास बात यह है कि नई पहल करते हुए आईडब्ल्यूएआई ने वाटर एंबुलेंस चालू किए जाने पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। अगर वाटर एंबुलेंस चालू होती है तो गंगा नदी के रास्ते ट्रीटमेंट के लिए पेशेंट का पीएमसीएच पहुंचना आसान हो जाएगा। वाटर एंबुलेंस का फायदा सोनपुर, हाजीपुर के दियारा एरिया के रहने वाली पब्लिक के साथ-साथ पटना डिस्ट्रिक्ट की पब्लिक को भी मिलेगा। इसके साथ ही कार्गो शिप चलाने की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं। इसके चालू होने से बिजनेसमैन को फायदा तो होगा ही साथ ही बेरोजगार लोगों को रोजगार भी मिल जाएगा।

गंगा में नई संभावनाओं की तलाश

इन दोनों संभावनाओं पर आईडब्ल्यूएआई ने मेरीन नेविगेशन के लोगों के साथ मंथन शुरू कर दिया है। गंगा में नई संभावनाओं की तलाश शुरू कर दी गई है। दरअसल, बिहार के अंदर गंगा नदी में जल परिवहन की संभावनाओं और इसके विस्तार को लेकर गायघाट स्थित नेशनल इनलैंड नेविगेशन इंस्टीच्यूट (नीनी) में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर आईडब्ल्यूएआई के चेयरमैन अमिताभ वर्मा, डायरेक्टर गुरुमुख सिंह और देश के अलग-अलग हिस्सों के मेरीन नेविगेशन के ब्भ् लोग मौजूद थे जिन्होंने नई खोज पर अपनी-अपनी राय रखी।

गंगा के रास्ते होगी कोयले की सप्लाई

हल्दिया से इलाहाबाद के बीच टोटल ख्फ् पावर प्लांट हैं। इन प्लांटों में कोयले की काफी जरूरत है। आईडब्लूएआई के चेयरमैन अमिताभ वर्मा के अनुसार भविष्य में सभी पावर प्लांटों में गंगा के रास्ते शिप से कोयले पहुंचाए जाएंगे। इस पर भी तेजी से विचार किया जा रहा है। प्रॉब्लम ये होगी वापसी में शिप खाली लौटेगा। ऐसे में दिक्कतें हो सकती हैं। इसलिए बिजनेसमैन से बातचीत की जाएगी। ताकि शिप के जरिए भी उनका बिजनेस चले और वापसी में शिप खाली न जाए। पूरे प्लान के लिए जरूरी है गंगा का वाटर लेबल मेंटेन रहना।

Posted By: Inextlive