-केस्को ने जलनिगम के 27 जेडपीएस, सीडब्ल्यूआर को बिजली कनेक्शन दे दिए

- जलनिगम के पास अब नहीं रहा बिजली कनेक्शन न होने का बहाना

KANPUR: जेएनएनयूआरएम के अन्तर्गत सिटी के विभिन्न मोहल्लों में जलनिगम के बनाए गए 27 जोनल पम्पिंग स्टेशंस, क्लियर वाटर रिजरवॉयर को केस्को ने बिजली कनेक्शन दे दिया है। इलेक्ट्रिसिटी मीटर भी लगा दिए हैं। अब जलनिगम के पास वाटर सप्लाई के लिए जोनल पम्पिंग स्टेशंस में बिजली कनेक्शन न होने का बहाना भी नहीं रह गया है। देखने वाली बात ये है कि अब जलनिगम वाटर की सप्लाई कब कर पाता है और कब लोगों को ड्रिंकिंग वाटर क्राइसिस से छुटकारा मिलेगा?

868 करोड़ के वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट

जेएनएनयूआरएम के 868 करोड़ के ड्रिंकिंग वाटर प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इन प्रोजेक्ट्स को शुरू हुए 7 से 8 साल तक हो चुके हैं। जलनिगम ने सिटी में वाटर सप्लाई के लिए विभिन्न मोहल्लों में 64 जोनल पम्पिंग स्टेशन, क्लियर वाटर रिजरवॉयर बना दिए हैं। लगभग 18 जोनल पम्पिंग स्टेशन, सीडब्ल्यूआर कैंट की एनओसी के कारण नहीं बन सके हैं लेकिन 64 जेडपीएस, सीडब्ल्यूआर में ज्यादातर तैयार हो चुके हैं। फिर भी अभी तक लोगों के घरों में जलनिगम पानी नहीं पहुंचा सका। पिछले दिनों स्थानीय निकाय की ऑडिट कमेटी ने भी इसी वजह से जलनिगम ऑफिसर्स की जमकर क्लास ली। सुपरिटेंडेंट इंजीनियर तक हटा दिए गए थे।

27 जेडपीएस, सीडब्ल्यूआर के हुए कनेक्शन

जलनिगम के ऑफिसर्स अभी तक आरोप लगा रहे थे कि केस्को ने जोनल पम्पिंग स्टेशंस में बिजली के कनेक्शन नहीं किए हैं। कमेटी द्वारा केस्को को तलब करने के बाद बिजली कनेक्शन में तेजी आ गई है। केस्को के चीफ इंजीनियर एके कोहली ने बताया कि जलनिगम के 27 जेडपीएस, सीडब्ल्यूआर को कनेक्शन दिया जा चुका है। बिजली के मीटर भी लग चुके हैं। जलनिगम ऑफिसर्स ने मीटिंग कर 2016 तक मंथवाइज 28 कनेक्शन मांगे हैं। इनमें तीन जेडपीएस के कनेक्शन अक्टूबर में देने हैं। इनमें से 2 का काम पूरा हो चुका है। जलनिगम की बताई गई समय सीमा के मुताबिक सारे कनेक्शन और बिजली के मीटर लगा दिए जाएंगे।

हकीकत कुछ और तो नहीं

जलनिगम ऑफिसर बिजली कनेक्शन न हो पाने के कारण वाटर सप्लाई न कर पाने का बहाना कर रहे हैं, लेकिन जानकारों के मुताबिक हकीकत कुछ और ही है। इसका खुलासा डीप वाटर लाइन की टेस्टिंग में हो चुका है। जलनिगम के गंगा बैराज से कम्पनी बाग फिर कम्पनी बाग से मैकराबर्टगंज रोड और रावतपुर तक डीप वाटर लाइन की टेस्टिंग में कई जगह पाइप लाइन फट चुकी है। इसी तरह काकादेव और मोतीझील में जलनिगम की वाटर लाइन भी फट चुकी है। जिसकी वजह से सप्लाई शुरू करने में विभाग आनाकानी कर रहा है।

Posted By: Inextlive