बुधवार को आईआईटी दिल्‍ली के टाउनहॉल में प्रश्‍नोत्‍तर सत्र का आयोजन किया गया। ये सत्र था सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के संस्‍थापक मार्क जुकरबर्ग और यहां के छात्रों के बीच। सत्र के दौरान जुकरबर्ग ने छात्रों के सवालों के बेहद बेबाकी से जवाब दिए। इस दौरान जुकरबर्ग ने कहा कि भारत आकर उनको बहुत अच्‍छा लगा। वह यहां आकर बेहद उत्‍साहित हैं। इतना ही नहीं मौके पर उन्‍होंने पाकिस्‍तान और अफगानिस्‍तान में आए भूकंप पर चिंता जताई। इसको लेकर उन्‍होंने कहा कि ऐसे मौकों पर सभी को साथ मिलकर आगे आना चाहिए।

छात्रों ने ऐसे किए सवाल
सत्र के दौरान जुकरबर्ग से छात्रों ने सबसे पहला सवाल किया कि भारत में उनकी इतनी दिलचस्पी क्यों है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि 24 देशों के करीब 5 करोड़ लोग नई कोशिशों के अंतर्गत फेसबुक से जुड़े हुए हैं। यह अपने आप में एक बड़ी बात है। इसके बाद दूसरा सवाल वहां के एक छात्र अंकित जैन ने किया कि फेसबुक और इंटरनेट से दूर रहने वाले लोग उनसे कैसे जुड़ते हैं। इसपर उन्होंने बताया कि 5 करोड़ लोगों को इंटरनेट डॉट ओआरजी से जोड़ा गया है।  
कैंडीक्रश पर छात्रों ने किए सवाल
एक अन्य छात्र ने उनसे पूछा कि कैंडीक्रश गेम की इन्विटेशन को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है। इसपर उन्होंने जवाब दिया कि उनको यूजर्स की इस समस्या के बारे में पता है। वे इसपर काम कर रहे हैं। जल्द ही इसका परिणाम लोगों के सामने आ जाएगा। गौरतलब है कि कैंडीक्रश गेम फेसबुक प्लेटफॉर्म पर बेहद मशहूर है। वो बात और है कि लोग इस गेम को खेलने के लिए लोगों को रिक्वेस्ट भेजते हैं। इसके कारण बहुत से यूजर्स को परेशान होना पड़ता है।
इसके आगे बोले मार्क
इसके साथ ही मार्क ने ये भी कहा कि आने वाले समय में फेसबुक पर वीडियो सर्च ऑप्शप भी शुरू किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में मार्क ने ये कहा कि उनका ऐसा मानना है कि ज्यादा लोगों के फेसबुक से जुड़ने से भारत की गरीबी मिटेगी। एक छात्र ने उनसे ये भी पूछा कि वह फेसबुक पर और कौन-कौन से ऑप्शन लाना चाहते हैं। इसपर जुकरबर्ग ने कहा कि अगले 5 से 10 साल में ह्यूमन सेंस वाले कंप्यूटर्स लोगों के सामने होंगे।
जुड़ना है सभी से बड़े स्तर पर
इसके साथ ही जुकरबर्ग ने आगे अन्य सवालों के जवाबों में ये भी कहा कि भारत में लगभग 13 करोड़ से ज्यादा लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं। अब इसको लेकर उनका अगला लक्ष्य ये है कि जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है, उन्हें उनसे जुड़ना है। लोगों के जीवनस्तर को ऊंचा करने लिए और लोगों को शिक्षित करने के लिए और जन-जागरूकता के लिए भी इंटरनेट को उन्होंने बेहद जरूरी बताया। नेत्रहीनों और सुरक्षा के लिए भी फेसबुक पर कुछ नए फीचर्स लाए जाएंगे। यहां आना हमेशा से ही बेहतरीन रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में ढेर सारे फेसबुक और व्हाट्सऐप यूजर्स हैं, जो कि उनके समुदाय का भी हिस्सा हैं। तो वह उन लोगों का हिस्सा हैं, जिनसे वह जुड़ना चाहते हैं।

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Posted By: Ruchi D Sharma