8 नवंबर का वो दिन था जब पीएम मोदी ने देश में 500 और 1000 के नोटों को बंद करने का ऐलान कर दिया था। उनके इस ऐलान के साथ देश के कोने-कोने में जैसे खलबली मच गई थी। हर कोई अफरा-तफरी में था कि अब 500 और 1000 के बंधे नोटों में जोड़ी हुई बड़ी रकम का क्‍या होगा। आदेश के बाद जैसे ही बैंक और एटीएम खुले लोगों की जबरदस्‍त भीड़ उमड़ पड़ी बैंकों में। ऐसे में हर छोटे-बड़े बैंक और एटीएम के बाहर लोगों की लंबी लाइनें सड़कों तक पर जाम लगाने लगीं। पूरे देश में ऐसा ही माहौल था लेकिन इस हबड़-तबड़ के बीच एक जगह ऐसी भी थी जहां न तो एटीएम में कोई लाइन लगी और न तो बैंकों में ही कोई भीड़ पहुंची। दोनों ही जगह पर सिर्फ सन्‍नाटा था। चौंक गए न आप भी। आइए आपको भी बताएं देश की इस अनोखी जगह के बारे में।


ये है वो गांव यहां बात हो रही है गुजरात के एक गांव की। नहीं-नहीं यहां भीड़ न होने का कारण पीएम मोदी का होम टाउन होना नहीं है। बल्कि इसके पीछे का राज जानकर आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि ऐसा भी है। दरअसल इस गांव की कुल आबादी 11000 लोगों की है। इस आबादी पर यहां 13 बैंक दिए गए हैं। इसके अलावा दूसरी बड़ी बात ये है कि इस गांव में रहने वाले ज्यादातर लोग एनआरआई हैं। इसलिए हुआ ऐसा


एनआरआई होने के कारण आम तौर पर यहां लोग आते-जाते रहते हैं। आने-जाने वाले इन लोगों की संख्या करीब 1500 से 2000 तक है। सिर्फ यही नहीं ये सभी लोग पैसों के लेन-देन के लिए प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल करते हैं। इनका ज्यादातर काम क्रेडिट और डेबिट कार्ड से होता है। इसके रहते इन लोगों को जरूरत ही नहीं पड़ती कैश को अपनी जेब में रखने की। पढ़ें इसे भी : बैंक के बाहर लंबी लाइन से ऊब कर लड़की ने उतार दिया टॉप फिर पुलिस ने...औरों को भी देते हैं सलाह

गांव के लोग खुद तो पैसों के लेनदेन के लिए प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल करते ही हैं, साथ ही और लोगों को भी ऐसा ही करने की सलाह देते हैं। उनका कहना है कि उनके हाथों में ज्यादा कैश नहीं होता, इसलिए वो इतना परेशान ही नहीं है। वो प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल करते हैं, तो वो फ्री ही हैं। फिर चाहें सरकार 500, 1000 के नोट बंद करे या कोई और। उन्हें फर्क नहीं पड़ता।  पढ़ें इसे भी :  क्या आपको भी चाहिए ये मैजिकल नोट कन्वर्टर? तो देर न करेंWeird Newsinextlive fromOdd News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma