सावन में झमाझम बारिश, भादो में पब्लिक पसीना-पसीना
मुश्किल: अगस्त बीतने की ओर अभी तक नहीं दिखी झमाझम बरसात
दिन में 30 डिग्री सेल्सियस तापमान भी झेल पाना हो रहा है मुश्किल vikash.gupta@inext.co.in ALLAHABAD: सावन गीला और भादो सूखा। जी हां, इलाहाबाद के लिये तो कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। मौसम के मिजाज को भांप पाना मौजूदा समय में थोड़ा मुश्किल है। भले ही देश के दूसरे हिस्सों में बारिश अपनी रफ्तार में हो। लेकिन भादो के महीने में बारिश थम सी गई है। दिन में 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जा रहे पारे ने लोगों को बेचैन कर दिया है। इस टेम्प्रेचर में बढ़ी उमस से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। भादो लगते ही बदला नजारासावन की शुरुआत से पहले ही अबकी बारिश ने जोरदार ढंग से इंट्री मारी थी। पूरे सावन सूबे में झमाझम बरसात हुई। इलाहाबाद ही नहीं लगभग पूरे प्रदेश में शायद ही कोई ऐसा जिला हो जो सावन की फुहारों से वंचित रहा हो। लेकिन, भादो के लगते ही नजारा बदलने लगा। भादो में थोड़ी बहुत बरसात तो हो रही है लेकिन फिर लम्बा ब्रेक भी हो रहा है। इससे दिन में 30 से 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जा रहा है जो बीमारियां फैला रहा है।
सितम ढा रही दिन की गर्माहट
हाल यह है कि हल्की फुल्की बरसात से पैदा हुई नमी दिन में खिली धूप के चलते गजब ढा रही है। घर से बाहर निकलते ही लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भादो की शुरूआत से पहले ही पूरे अगस्त माह में अच्छी बरसात का पूर्वानुमान जारी किया था लेकिन स्थितियां इसके उलट हैं। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में आटोमेटिक वेदर सेंटर के प्रोफेसर सुनीत द्विवेदी कहते हैं कि यह एक्टिव एंड ब्रेक सीजन का दौर है। मानसून को रिचार्ज होने में समय लगता है।
अच्छी बरसात के होंगे तीन-चार दिन प्रो। सुनीत द्विवेदी ने बताया कि अगले तीन चार दिन अच्छे बारिश के होंगे। बताया कि वे ऑफ बंगाल और अरेबियन सी की दोनो ब्रांच मजबूत स्थित में है। आगे कितनी बरसात की संभावना है? के जवाब में उन्होंने कहा कि इसके लिये अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। अबकी नहीं नहा पाये हनुमान जीबारिश थमने से इलाहाबाद के लोगों की जुबान पर यह चर्चा भी तेज हो गई है कि अबकी बार बंधवा स्थित बड़े हनुमान जी को मां गंगा स्नान करायेंगी या नहीं। अबकी बार अभी तक गंगा का पानी बंधवा हनुमान जी नहीं पहुंच सका है। आम तौर पर ऐसा इक्का-दुक्का सालों में ही हुआ है। बीते साल हुई अच्छी बरसात से आसपास की नदियों का पानी गंगा में जमा हुआ था। जिसके चलते बंधवा स्थित मंदिर का शीर्ष हिस्सा तक डूब गया था।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छे मानसून के आसार बन गये हैं। अगले कुछ दिन के लिये फेवरेबल कंडीशन बनी हुई है। लगातार बारिश का दौर चल सकता है। मानसून अभी अपने एक्टिव मोड में है। -प्रोफेसर सुनीत द्विवेदी, आटोमेटिक वेदर सेंटर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी सूरज की किरणें झेल पाना मुश्किल है। दिन में एक मिनट के लिए भी पंखे से दूर रहना मुश्किल है। समझ ही नहीं आ रहा है कि गर्मी का सीजन है या बारिश का। वंदना त्यागी प्रोफेशनल हमें तो नौकरी के चक्कर में 30 किलोमीटर अप-डाउन करना होता है। वैन चलती है तब तक ठीक रहता है। जाम में फंसने पर सांस लेना मुश्किल हो जाता है। चंद मिनट में पसीना-पसीना हो जाते हैं। अयोध्या प्रसाद प्रोफेशनल घर से निकलना मजबूरी है। मौसम चाहे जैसा हो, काम तो करना ही है। लेकिन, यह बेहद खतरनाक मौसम है। शरीर से बेतहासा पसीना निकलना बीमारियों का कारण बनता है। डॉ। रश्मि गोयल प्राइवेट प्रैक्टिशनर